Logo
election banner
गूगल क्रोम पर सिक्योरिटी थ्रेट्स आ रहे हैं, जिसके चलते इसका यूज करने वाले यूजर्स की पर्सनल जानकारी चोरी हो सकती है। भारत सरकार की संस्था CERT-In ने इसकी जानकारी शेयर की है। 

गूगल क्रोम ब्राउजर का यूज करने वालों को थोड़ा सतर्क हो जाने की जरूरत है। क्योंकि इस वेब ब्राउजर पर काफी थ्रेट्स आ रहे हैं। इसकी पुष्टि भारत सरकार के अंडर में आने वाली संस्था इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम ने की है। 

CERT-In ने कहा कि गूगल Chrome में बहुत से थ्रेट्स देखने को मिले हैं। इनकी वजह यूजर्स की सिक्योरिटी बाधित हो सकती है। हैकर्स इसका इस्तेमाल डेनियल-ऑफ-सर्विस अटैक (DOS) की स्थिति पैदा करने के लिए कर सकते हैं। दरअसल डॉस उसे कहते हैं जब हैकर्स यूजर्स की पर्सनल जानकारी या कंप्यूटर सिस्टम में सेंधमारी करने की कोशिश करते हैं। 

Chrome यूजर्स हो जाएं सतर्क
CERT-In ने कहा कि गूगल क्रोम में बहुत से थ्रेट्स देखने को मिले हैं। इनकी वजह यूजर्स की पर्सनल जानकारी के लिए खतरा हो सकता है। हैकर्स इसका इस्तेमाल डेनियल-ऑफ-सर्विस अटैक (DOS) की स्थिति पैदा करने के लिए कर सकते हैं। डॉस उसे कहते हैं, जब हैकर्स यूजर्स की पर्सनल जानकारी या कंप्यूटर सिस्टम में सेंधमारी करने की कोशिश करते हैं।

इसे भी पढ़ें : Moto G54 की कीमत कम हुई, 12GB रैम और 6000 mAh की बैटरी

इन यूजर्स के लिए है सिक्योरिटी अलर्ट
सरकारी एजेंसी ने ये भी स्पष्ट बताया है कि किन यूजर्स को इस सिक्योरिटी अलर्ट को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। इसके मुताबिक, विंडोज और मैक के 122.0.6261.111/.112 यूजर्स को सतर्क हो जाना चाहिए। इसके अलावा 122.0.6261.111 लिनक्स यूजर्स को भी इस पर ध्यान देना चाहिए।

लेटेस्ट वर्जन अपडेट करें 
इन कमजोरियों की वजह से हैकर्स को टारेगेटेड सिस्टम पर DoS की स्थिति पैदा करने की अनुमति मिल सकती है। नए सिक्योरिटी थ्रेट्स का शिकार होने से बचने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप अपने विंडोज PC पर क्रोम ब्राउजर को नए वर्जन में अपडेट कर लें। 

5379487