Baba Tarsem Singh Murder Case: उत्तराखंड के उधमसिंह नगर के नानकमत्ता गुरुद्वारे के डेरा कारेसवा प्रमुख बाबा तरसेम सिंह की हत्या मामले में एसटीएफ को बड़ी सफलता हाथ लगी है। एसटीएफ और हरिद्वार पुलिस ने मिलकर मंगलवार तड़के भगवानपुर इलाके में एक आरोपी अमरजीत सिंह को एनकाउंटर में मार गिराया है। जबकि उसका साथी मौके से फरार होने में कामयाब रहा। उसकी तलाश जारी है। 

एक लाख रुपए था इनाम
पुलिस महानिदेशक (DGP) अभिनव कुमार ने बताया कि शॉर्प शूटर अमरजीत सिंह उर्फ बिट्टू पर एक लाख रुपये का इनाम था। उस पर 16 से अधिक मामले दर्ज थे। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड एसटीएफ और हरिद्वार पुलिस ने फरार आरोपियों को पकड़ने के लिए एक संयुक्त अभियान शुरू किया है।

28 मार्च को गोली मारकर की गई थी हत्या
नानकमत्ता गुरुद्वारे के 'कारसेवा' प्रमुख बाबा तरसेम सिंह की 28 मार्च को उधम सिंह नगर के नानकमत्ता गुरुद्वारे में दो बाइक सवार हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। तरसेम सिंह पंजाब और तराई में सिखों के सिरमौर माने जाते थे। उनकी हत्या की जिम्मेदारी तरन तारन के गांव मियाविंड के रहने वाले सरबजीत ने ली थी। सरबजीत बाइक चला रहा था। जबकि अमरजीत सिंह पीछे बैठा था। अमरजीत को मुख्य आरोपी बनाया गया था। अमरजीत ने ही बाबा तरसेम सिंह पर गोली चलाई थी। 

दो दिन पहले बढ़ाई गई थी इनाम राशि
रविवार को उधम सिंह नगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने शूटरों अमरजीत सिंह और सरबजीत सिंह पर इनाम की राशि 50 हजार रुपये से बढ़ाकर एक लाख रुपए कर दी थी। इससे पहले मामले में तीन और आरोपियों को भी गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने कहा कि वे कथित तौर पर अपराधियों को इकट्ठा करके, संसाधन उपलब्ध कराकर और हथियारों की आपूर्ति करके अपराध को अंजाम देने में शामिल थे।

खुद सीएम की हत्याकांड पर नजर
डीजीपी कुमार ने कहा था कि बाबा की हत्या को उत्तराखंड पुलिस ने चुनौती के रूप में लिया है और दोनों हत्यारों की तलाश लगातार एसटीएफ और पुलिस कर रही है।
अगर अपराधी उत्तराखंड में इस तरह के जघन्य अपराध करेंगे तो पुलिस उनसे सख्ती से निपटेगी। बाबा तरसेम सिंह हत्याकांड के बाद से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी लगातार नजर बनाए हुए हैं और आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस को सख्त निर्देश दिए हैं।