लखनऊ। अयोध्या में भव्य राम मंदिर (Ram Mandir Ayodhya) बनने के बाद रोज डेढ़ लाख श्रद्धालु रामलला के दर्शन को उमड़ रहे हैं। प्राण प्रतिष्ठा यानी 22 जनवरी से अब तक 75 लाख से ज्यादा भक्त श्रीराम की शरण में पहुंचे। रविवार, शनिवार और मंगलवार को 2 लाख से ज्यादा श्रद्धालु दर्शन को पहुंचते हैं। जबकि अन्य दिनों में डेढ़ लाख भक्त दर्शन को पहुंचे। बता दें भव्य राम मंदिर के मुख्य और एक अन्य शिखर को बनाने का काम तेजी से चल रहा है। दोनों शिखर 300 दिन में बनकर तैयार हो जाएंगे। मंदिर का मुख्य शिखर 161 फीट ऊंचा बनाया जा रहा है। मुख्य शिखर पर सोने की परत चढ़ाई जाएगी। पांच राज्यों के 1500 वर्कर शिखर को तैनार करने में जुटे हैं।
6 देवी-देवताओं और ऋषियों के मंदिर बनेंगे
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के मुताबिक, राम मंदिर के शिखर और परकोटे में 6 देवी-देवताओं और परिसर में सप्त ऋषियों के मंदिर बनेंगे। राम जन्मभूमि में महर्षि वाल्मिकि, महर्षि वशिष्ठ, महर्षि विश्वामित्र, महर्षि अगस्त्य के साथ निषादराज, अहिल्या का भी मंदिर बनाया जाना है। इसकी भी तैयारी पूरी कर ली गई है। इसके अलावा राम जन्मभूमि के पश्चिमी छोर पर टेढ़ी बाजार से लेकर अशर्फी भवन और विभीषण कुंड होकर डाकखाना तक के रोड को 15 मीटर और चौड़ा किया जाएगा। इसकी नपाई शुरू हो गई है। यह सड़क श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ को देखते हुए चौड़ी की जा रही है।
तीन शिखर बन चुके हैं, दो का काम चल रहा है
जानकारी के मुताबिक, राम मंदिर में कुल पांच शिखर बनाने हैं। प्राण प्रतिष्ठा से पहले तीन शिखर बनकर तैयार हो गए थे। मुख्य सहित दो शिखर बनाने का काम तेजी से चल रहा है। श्रीराम मंदिर ट्रस्ट ने बताया कि यात्रियों को बरसात और धूप से बचाने के लिए परकोटा बनाने का काम भी तेजी से चल रहा है। परकोटा मानसून आने से पहले बनकर तैयार हो जाएगा। इसके बनने से श्रद्धालुओं को बरसात और धूप से राहत मिलेगी।
काम में तेजी लाने 3500 वर्करों को और लगाएंगे
श्रीराम मंदिर ट्रस्ट से मिली जानकारी के मुताबिक, पिछले दिनों मंदिर निर्माण समिति की बैठक हुई। इसमें राम जन्मभूमि परिसर में सभी निर्माण पूरे करने का निर्णय लिया गया है। दिसंबर-2024 तक सभी काम पूरे करने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए बड़ी संख्या में वर्करों को लगाकर दिन-रात काम कराया जाएगा। शिखर और परकोटा बनाने में राजस्थान, गुजरात, बिहार और उत्तर प्रदेश के 1500 वर्कर लगे हैं। अभी 3500 से ज्यादा और वर्कर लगाए जाएंगे।
जानें कितना भव्य है अयोध्या का राम मंदिर
161 फीट ऊंचे और 360 फीट लंबे और 235 चौड़े श्रीराम मंदिर में तीन फ्लोर में हैं। पहले फ्लोर पर 132, दूसरे पर 74 खंभे और ग्राउंड फ्लोर पर 160 खंभे लगे हैं। फ्लोर की ऊंचाई 20 फीट है। राम मंदिर के ग्राउंड फ्लोर पर गर्भगृह है। इसके ऊपर पहले फ्लोर पर राम दरबार की मूर्तियों की स्थापना होगी। भक्त रामलला के दर्शन के बाद सीढ़ियों से चढ़कर ऊपर जाकर राम दरबार के दर्शन कर सकेंगे। दूसरे फ्लोर पर किसी भी मूर्ति की स्थापना को लेकर अभी कुछ तय नहीं है।