महाकुंभ मेला: संगम में श्रद्धालुओं से भरी नाव पलटी, कोई हताहत नहीं; दिनभर रही भारी भीड़

Mahakumbh 2025
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Mahakumbh 2025
प्रयागराज महाकुंभ में रविवार (16 फरवरी) को भारी भीड़ रही। संगम में इस दौरा नाव पलट गई। इस दौरान 5 लोग डूबने लगे। NDRF ने तत्परता दिखाते बचा लिया।

Mahakumbh 2025: महाकुंभ का मेला अपने पूरे वैभव और श्रद्धा के साथ चल रहा है। रविवार होने के कारण आज श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। परिवारों के साथ लोग संगम में पुण्य की डुबकी लगाने पहुंचे, जिससे मेला क्षेत्र पूरी तरह भक्तिमय माहौल में रंगा नजर आया।

महाकुंभ मेले में रविवार को अवकाश के चलते जबरदस्त भीड़ रही। संगम में श्रद्धालुओं से भरी नाव पलट गई। इस हादसे में 5 लोग डूब गए थे। हालांकि, NDRF की टीम ने तत्परता दिखाते हुए उन्हें सुरक्षित निकाल लिया। भीड़ के चलते 8वीं तक के स्कूलों में छुट्‌टी बढ़ा दी गई है। प्रयागराज में अब 20 फरवरी तक स्कूल बंद रहेंगे।

श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने मेला क्षेत्र में वाहनों की एंट्री पर रोक लगा दी है। संगम रेलवे स्टेशन को भी बंद रखा गया, ताकि अव्यवस्था न हो। प्रशासन ने संगम से 10-12 किलोमीटर पहले ही पार्किंग की व्यवस्था की है, जिससे श्रद्धालु पैदल ही संगम तक पहुंच रहे हैं।

प्रमुख हस्तियों का आगमन
आज महाकुंभ में देश की कई प्रमुख हस्तियों का आगमन भी हो रहा है। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी जैसे दिग्गज नेता यहां आएंगे। वे सेक्टर-25 में आयोजित 'जलवायु सम्मेलन' में भाग लेंगे और स्वर्वेद महामंदिर ट्रस्ट (सदाफल आश्रम) जाएंगे। इसके अलावा, सेक्टर-21 में प्रसिद्ध कथा वाचक प्रदीप मिश्रा की कथा में भी शामिल होंगे।

महाकुंभ 2025 का ऐतिहासिक रिकॉर्ड
आज महाकुंभ का 35वां दिन है, और यह आयोजन अब तक ऐतिहासिक रूप से सबसे बड़ा साबित हुआ है। 13 जनवरी से अब तक 51.47 करोड़ श्रद्धालु संगम में स्नान कर चुके हैं। महाकुंभ का समापन 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के साथ होगा, और इसके साथ ही यह आध्यात्मिक आयोजन इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज हो जाएगा।

आग की घटना
बता दें, महाकुंभ के सेक्टर-18 और 19 के बीच शनिवार शाम भीषण आग लग गई। श्रीरामचरित मानस सेवा प्रवचन मंडल के शिविर के पंडाल इस आग में जल गए, लेकिन प्रशासन की तत्परता के कारण आधे घंटे में आग पर काबू पा लिया गया। किसी भी बड़े नुकसान की सूचना नहीं मिली, जिससे श्रद्धालुओं ने राहत की सांस ली।

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