अयोध्या राम मंदिर: दिग्विजय सिंह के बयान पर बवाल, हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने बताया राम विरोधी

Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या राम मंदिर के उद्घाटन और रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा पर कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह ने सवाल उठाए थे। रामभक्तों में इस पर सख्त नाराजगी जताई है। अयोध्या हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने उन्हें राम विरोधी बताया है। जबकि, मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने कहा, वह कुछ भी बोलते रहते हैं।
हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने दिग्विजय के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि मुद्दा जन्मभूमि ही था। अयोध्या में मंदिरों की कमी नहीं है। जाति के आधार पर समाज को बांटने लोग अयोध्या आएं और मंदिरों को देखें। राजू दास ने कहा दिग्विजय सिंह हर चीज में खामियां निकालते हैं। अयोध्या मंदिर में सभी मूर्तियां वहीं हैं, मूर्ति 'बाल स्वरूप' में थी। इसलिए 'दर्शन' में कठिनाई का सामना न करना था इसलिए ट्रस्ट ने इसे भव्यता देने की कोशिश की है।
#WATCH लखनऊ, उत्तर प्रदेश: कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के बयान पर भाजपा की वरिष्ठ नेता उमा भारती ने कहा, "आप किसके बारे में बात कर रहे हैं? दिग्विजय सिंह जी की? उन्हें कुछ न कुछ बोलने की आदत है। उनके बोलने का महत्व खत्म हो गया है...हमें ऐसे लोगों के बारे में बात नहीं करनी चाहिए… pic.twitter.com/oBtAIzkzNp
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 19, 2024
बेवजह बोलते रहते हैं दिग्विजय: उमा
मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने दिग्विजय सिंह को कुछ न कुछ बोलने की आदत है। उनके बोलने का महत्व खत्म हो गया है। हमें ऐसे लोगों के बारे में बात नहीं करनी चाहिए जो बेवजह बोलते रहते हैं।
#WATCH लखनऊ, उत्तर प्रदेश: लोक गायिका और पद्म पुरस्कार विजेता मालिनी अवस्थी ने विपक्ष द्वारा राम मंदिर 'प्राण प्रतिष्ठा' कार्यक्रम में नहीं आने पर कहा, "राजनीति एक बात है, आस्था और भारत की संस्कृति उसकी प्रतिष्ठा एक बात है। मैं अनुरोध करूंगी कि जितने भी लोग राजनीति कर रहे है वे… pic.twitter.com/LUGYWofxof
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 19, 2024
लोकगायिका और पद्म पुरस्कार विजेता मालिनी अवस्थी ने कहा, राजनीति एक बात है और आस्था एक बात है। इस पर राजनीति करने वालों से मेरा अनुरोध है कि यह न भूलें कि राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा भाजपा का समारोह नहीं है। यह भारतीयों के मन की बात है। यदि अब भी आप यह बात नहीं समझ पा रहे हैं, यदि अभी भी भारत का उत्साह देखने में अनभिज्ञ हैं तो ये आपका दुर्भाग्य है।
#WATCH | Lucknow, UP: Nishad Party chief Sanjay Nishad says, "...The public has shut out the Opposition's voice. The court had not told them to fire...If they accept their wrong decision then the public will forgive them...During that time, the central government was run with the… https://t.co/OGDHInTWy2 pic.twitter.com/YZnQTezgoG
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 18, 2024
फैसला स्वीकार लें तो माफ कर देगी जनता
निषाद पार्टी के प्रमुख संजय निषाद ने कहा, 'जनता ने विपक्ष की आवाज बंद कर दी है। कोर्ट ने उन्हें गोली चलाने के लिए नहीं कहा था। वह अपने गलत फैसले को स्वीकार कर लें तो जनता माफ कर देगी। उस दौरान केंद्र सरकार सपा और बसपा के सहयोग से चल रही थी और वह अदालत के सामने सबूत पेश कर सकते थे। आज, राम मंदिर अदालत के निर्देश पर और संविधान के अनुसार बनाया जा रहा है।