Ayodhya Ram Mandir: प्राण-प्रतिष्ठा से पहले रामलला की तस्वीरें वायरल, एक्शन ले सकता है ट्रस्ट, जानें क्या बोले Satyendra Das

Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या में प्राण-प्रतिष्ठा से पहले रामलला की तस्वीर वायरल होने से मंदिर प्रबंधन में नाराजगी है। श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या के मुख्य पुजारी महंत सत्येंद्र दास ने जांच की बात कही है। साथ ही दावा किया जिस मूर्ति की तस्वीरें वायरल हो रही हैं, वह दूसरी है। अयोध्या के नवनिर्मित राम मंदिर में स्थापित होने वाली मूर्ति दूसरी है। उन्होंने यह भी कहा कि तस्वीरें किसने क्लिक की और कहां से वायरल हुईं, इस संबंधर में जानकारी नहीं है। वहीं मंदिर प्रबंधन इसे लेकर सख्त नाराज है। डिटेल पता की जा रही है, दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई भी की जा सकती है।
#WATCH via ANI Multimedia | Pran Pratishtha: इंटरनेट पर वायरल हो रही Ram Lala की तस्वीर पर ये क्या बोल गए Satyendra Das?https://t.co/uwacn8iSCp
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 20, 2024
अगर तस्वीर वायरल हुई है तो जांच होनी चाहिए
रामजन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने बताया कि ‘प्राण प्रतिष्ठा’से पहले मूर्ति की आंखें नहीं दिखाई जा सकतीं। 22 जनवरी को रामलला की ‘प्राण प्रतिष्ठा’ होनी है। अरुण योगीराज की बनाई मूर्ति ही गर्भगृह में रखी गई है। घूंघट से ढकी मूर्ति की पहली तस्वीर गुरुवार को स्थापना समारोह के दौरान सामने आई थी। उन्होंने दावा किया कि जिस मूर्ति में भगवान राम की आंखें दिखाई दे रही हैं, वह असली मूर्ति नहीं है। अगर सच में तस्वीर वायरल हुई है तो जांच होनी चाहिए कि आंखें किसने खोली और तस्वीरें कैसे वायरल हो गईं।

रामलला की पुरानी मूर्ति भी मंदिर में स्थापित की जाएगी
श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास ने कहा, रामलला की मूर्ति जो अभी अस्थायी मंदिर में है, उसे भी नए मंदिर स्थापित किया जाएगा। शनिवार शाम की पूजा के बाद इस मूर्ति को नए मंदिर में रखा जाएगा। इस मूर्ति की पूजा वर्षों से की जा रही थी। अब गर्भगृह में नई मूर्ति के साथ की जाएगी। प्राण प्रतिष्ठा के बाद श्रद्धालु दोनों मूर्तियों की पूजा एक साथ कर पाएंगे।

प्राण प्रतिष्ठा की सभी प्रक्रियाएं विधि-शास्त्रों के अनुसार होंगी
आचार्य सत्येंद्र दास ने समाचार एजेंसी से बात करते हुए यह भी कहा, प्राण प्रतिष्ठा की सभी प्रक्रियाएं परंपरा और विधि-शास्त्रों के अनुसार ही पूरी की जाएंगी। आचार्य दास ने कहा मूर्ति को मंदिर तक कौन लेकर जाएगा। मुख्यमंत्री योगी मूर्ति को तंबू से मंदिर तक ले गए। सीएम खुद मूर्ति को मंदिर तक ले जा सकते हैं।