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Ayodhya Ram Navami 2024: राम जन्मभूमि मंदिर में भव्य उत्सव के लिए तैयारी पूरी हो चुकी है। इस खास क्षण को भव्य बनाने के लिए भगवान राम का सूर्य अभिषेक होगा। इसका ट्रायल हो चुका है। साथ ही राम लला को 56 प्रकार का भोग प्रसाद भी लगाया जाएगा। 

Ayodhya Ram Navami 2024: चैत्र नवरात्रि के आखिरी दिन बुधवार, 17 अप्रैल को रामनवमी है। ऐसे में भगवान राम की जन्मस्थली अयोध्या में खास आयोजन किया गया है। चूंकि 500 सालों के लंबे संघर्ष और भगवान राम का भव्य मंदिर बनने के बाद यह पहली रामनवमी है। इसलिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने खास इंतजाम किए हैं। मंदिर के साथ पूरी अयोध्या नगरी फूलों और लाइटों से सज-धजकर तैयार है।

राम जन्मभूमि मंदिर में भव्य उत्सव के लिए तैयारी पूरी हो चुकी है। इस खास क्षण को भव्य बनाने के लिए भगवान राम का सूर्य अभिषेक होगा। इसका ट्रायल हो चुका है। साथ ही राम लला को 56 प्रकार का भोग प्रसाद भी लगाया जाएगा। 

आचार्य सत्येंद्र दास ने बताई कैसी है तैयारी
राम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास ने बताया कि उत्सव की सभी व्यवस्थाएं ट्रस्ट द्वारा प्रबंधित की जा रही हैं। राम नवमी का त्योहार बड़े उत्साह के साथ मनाया जाएगा। ट्रस्ट सजावट का प्रबंधन भी कर रहा है। मुख्य पुजारी ने भी समारोह को विशेष बताया, क्योंकि यह 'प्राण प्रतिष्ठा' समारोह के बाद पहली बार हो रहा है।

Ayodhya Ram Mandir
भगवान राम को भोग लगने वाला प्रसाद मुख्य पुजारी को दिया जा चुका है।

दोपहर 12:16 बजे पांच मिनट के लिए होगा सूर्य अभिषेक
आचार्य सत्येंद्र दास ने बताया कि 17 अप्रैल की दोपहर 12:16 बजे पांच मिनट के लिए भगवान राम का सूर्य अभिषेक भी किया जाएगा। राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने कहा कि राम नवमी पर दोपहर 12:16 बजे करीब 5 मिनट तक सूर्य की किरणें भगवान रामलला के माथे पर पड़ेंगी, जिसके लिए महत्वपूर्ण तकनीकी व्यवस्थाएं की गई हैं। वैज्ञानिक इन क्षणों को प्रदर्शित करने के लिए काम कर रहे हैं।

देखिए राम मंदिर की 4 फोटो 

Ayodhya ram Mandir
राम मंदिर को लाइटों से सजाया गया है।
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राम मंदिर के पट रामनवमी पर 5 मिनट के लिए बंद होंगे।
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राम नवमी पर करीब 25 लाख श्रद्धालुओं के अयोध्या पहुंचने की संभावना है।
Ayodhya ram Mandir
प्राण प्रतिष्ठा के बाद यह पहली रामनवमी है।

ट्रस्ट ने श्रद्धालुओं के लिए किए विशेष इंतजाम
भगवान राम लला का जन्म अभिजीत मुहूर्त में ठीक दोपहर 12 बजे हुआ था। इस उत्सव को रामनवमी कही जाती है। भगवान को विभिन्न प्रकार के प्रसाद चढ़ाए जाएंगे। उत्सव से पहले श्री राम जन्मभूमि मंदिर के प्रबंधन की देखभाल के लिए गठित ट्रस्ट श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने उत्सव के दौरान आने वाले भक्तों की सुविधा के लिए विशेष व्यवस्था की है।

लाइव प्रसारण से दिखाया जाएगा कार्यक्रम
ट्रस्ट ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर बताया कि रामनवमी के दिन, ब्रह्म मुहूर्त में सुबह 3:30 बजे से भक्तों के लिए कतार में लगने की व्यवस्था की जाएगी। ट्रस्ट ने दर्शन की अवधि भी 19 घंटे तक बढ़ा दी है, जो मंगला आरती से शुरू होकर रात 11:00 बजे तक जारी रहेगी।

चार भोग अर्पण के दौरान सिर्फ पांच मिनट के लिए पट बंद रहेगा। इस उत्सव का प्रसारण पूरे अयोध्या में लगभग सौ बड़ी एलईडी स्क्रीन पर किया जाएगा। ट्रस्ट के सोशल मीडिया अकाउंट पर भी लाइव प्रसारण होगा।

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