Vikas Bagga Murder Case: पंजाब के नांगल में विश्व हिंदू परिषद (VHP) नेता विकास बग्गा हत्याकांड में पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। साथ ही पुलिस ने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई से जुड़ी एक साजिश का भी खुलासा किया है। विहिप की नांगल इकाई के अध्यक्ष विकास बग्गा की शनिवार, 13 अप्रैल की शाम रूपनगर रेलवे स्टेशन के पास उनकी दुकान पर दो अज्ञात बंदूकधारियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस ने दो संदिग्धों मंदीप कुमार और सुरेंद्र कुमार को गिरफ्तार किया है। 

पुलिस महानिदेशक गौरव यादव ने कहा कि रूपनगर पुलिस और राज्य स्पेशल ऑपरेशन सेल ने विकास की हत्या के मामले को तीन दिन से भी कम समय में सुलझा लिया।

आतंकी मॉड्यूल से जुड़े हैं आरोपी
डीसीपी ने कहा कि रूपनगर पुलिस ने एसएसओसी मोहाली के साथ एक संयुक्त अभियान मे पाकिस्तान स्थित आतंकवादी मास्टरमाइंडों द्वारा समर्थित आतंकी मॉड्यूल के 2 गुर्गों की गिरफ्तारी की है। विकास हत्याकांड को सुलझा लिया गया है। पुलिस ने इन आरोपियों पर एक लाख का इनाम भी रखा था।

बेरोजगार युवाओं को बरगला रहा आईएसआई
जांच में आईएसआई और पंजाब के कुछ बेरोजगार युवाओं के बीच सांठगांठ का खुलासा हुआ है। आईएसआई कथित तौर पर पंजाब में लक्षित हत्याओं को अंजाम देने के लिए बेरोजगार लोगों को पैसे और ड्रग्स का लालच देकर उन्हें स्लीपर सेल के रूप में भर्ती कर रही है।

आरोपी पंजाब के नवा शहर के रहने वाले हैं। हाल ही में रोजगार की तलाश में पुर्तगाल गए थे। उनको आईएसआई ने इस कार्य के लिए भर्ती किया था। उन्हें नौकरी देने का वादा किया गया था, लेकिन बदले में उन्हें आईएसआई गुर्गों ने फंसा दिया। उसे पंजाब में नशे की लत वाले युवाओं को निशाना बनाने और उनकी हत्याएं कराने का काम सौंपा गया था।

Vikas Bagga Murder Case

हत्या करने के लिए मिले थे 70 हजार रुपए
​​​​​​​पुलिस को यह भी पता चला है कि विकास बग्गा की हत्या में शामिल शूटरों को हत्या के लिए 70,000 दिए गए थे। कथित तौर पर हमले का आदेश पुर्तगाल स्थित आईएसआई गुर्गों से आया था। माना जाता है कि इन ऑपरेशनों के पीछे के मास्टरमाइंड पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूह बब्बर खालसा इंटरनेशनल से जुड़े हुए हैं।

नशे के आदी लोग अक्सर आपराधिक समूहों के निशाने पर होते हैं। सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के आरोपियों में से एक ड्रग आरोपी था। जिसने कुछ हज़ार रुपये के लिए पंजाबी गायक को गोली मार दी थी।