Bhopal में पानी खरीदकर बुझानी पड़ रही प्यास: केरवा डैम से जलापूर्ति ठप, कोलार इलाके में गहराया पेयजल संकट

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बूंद-बूंद पानी को तरस रहे रहवासी
Bhopal News : मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में इन दिनों रिकॉर्ड तोड़ गर्मी पड़ रही है। कोलार इलाके में जलसंकट भी गहराया हुआ है। सर्वधर्म, नंदाकिनी, शिरडीपुरम, दानिश कुंज, जेके टाउन में लोग बूंद-बूंद पानी को तरस रहे हैं।

Bhopal News : राजधानी में इन दिनों भीषण गर्मी है। यहां तक कि नौतपा के 6 दिन हो गए हैं, लेकिन गर्मी कम नहीं हो रही बीते दिनों में गर्मी ने पिछले कई रिकॉर्ड तक तोड़ दिए हैं। वहीं ऐसी गर्मी में कोलार के वार्ड 82 में जल संकट गहरा गया है। इलाके लोग बूंद-बूंद पानी को तरस रहे हैं। तीन दिन से केरवा का पानी नहीं आने से रहवासी खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ऐसी गर्मी में वे न तो वे ठीक से नहा पा रहे हैं और न ही कूलर में पानी भर पा रहे हैं। वहीं पीने का पानी भी खरीद-खरीदकर पीने को मजबूर हैं।

... तो निगम को सौंपेंगे खाली मटके
जिला कांग्रेस के कार्यवाहक जिलाध्यक्ष राहुल सिंह राठौड़ के नेतृत्व में रहवासियों ने नगर निगम को चेतावनी पत्र सौंपा है। पत्र में चेतावनी दी है कि अगर 24 घंटे में पानी की सप्लाई शुरू नहीं हुई तो निगम कार्यालय पर प्रदर्शन कर खाली मटके सौंपेंगे। वहीं मांग की है कि सर्वधर्म बी और सी सेक्टर, नंदाकिनी, शिरडीपुरम, दानिश कुंज, जेके टाउन में जलसंकट है। राठौर ने बताया कि निगम अधिकारी सिक्स लेन बनने के कारण पाइप लाइन टूटने का बहाना बना रहे है। वहीं रोड बनने से निजी टैंकर भी नहीं आ रहे है।

मोटर खराब होने से 8 घंटे पानी की किल्लत
हमीदिया अस्पताल में एक सप्ताह पहले ब्लॉक वन में आधी रात को बिजली गुल होने से हड़कंप मच गया था। अब इस 13 मंजिला भवन की लिफ्ट खराब हो गई। अब अस्पताल में पानी की किल्लत है। ब्लॉक 2 में पानी की कमी से मरीज परेशान हैं। इसकी वजह खराब पड़ी मोटर बताई जा रही है। मालूम हो कि पानी की जरूरत के हिसाब से 3 मोटर से 8-8 घंटे की शिफ्ट से 24 घंटे सप्लाई होती है। इनमें से एक मोटर खराब होने से 8 घंटे पानी की किल्लत रहती है, जिससे मरीजों को परेशान होना पड़ रहा है।

प्रबंधन का तर्क-आचार संहिता है कारण मामले में अस्पताल
प्रबंधन का तर्क भी अजब गजब है। प्रबंधन का कहना है कि इस परेशानी की असल वजह आचार संहिता है। दरअसल, आचार संहिता के चलते मोटर को ठीक करने वाली कंपनी का चयन नहीं किया जा सका है। ऐसे में अब आचार संहिता के हटने तक मोटर ठीक होने का इंतजार
करना होगा।

अस्पताल की अधीक्षक डॉ सुनीत टंडन ने बताया
हमीदिया अस्पताल की अधीक्षक डॉ सुनीत टंडन ने बताया कि अस्पताल मरीजों को परेशानी न हो इसके लिए स्टाफ लिफ्ट उनके लिए खोल दी गई है। पानी की किल्लत जैसी कोई बात नहीं है। मोटर के मेंटेनेंस की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।

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