Death due to Bee Attack: वर्धा नदी के पास जलाशय पर गेट बनाने का काम कर रहे लोगों पर मधुमक्खियों ने हमला बोल दिया। अचानक हुए मधुमक्खियों के हमले में ज्यादातर लोग इधर-उधर भाग गए। छह लोग मधुमक्खियों के झुंड के बीच में फंस गए। मधुमक्खियों ने इन लोगों को इतने डंक मारे कि सभी को अस्पताल में भर्ती करवाया गया। इलाज के दौरान एक की मौत हो गई। पांच घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। घटना मध्यप्रदेश के पांढुर्णा जिले में सोमवार की है। 

पूरे शरीर में फैल गया था जहर 
जानकारी के मुताबिक, मधुमक्खियों के हमले में मुंशीलाल (55) पिता मुखलाल निषाद की मौत हो गई। मुंशीलाल लखनऊ का रहने वाला था। मुंशीलाल को मधुमक्खियों ने जगह-जगह काट लिया। मुंशीलाल के पूरे शरीर में मधुमक्खियों का जहर फैल गया था। डॉक्टरों ने मुंशीलाल को बचाने की काफी कोशिश की लेकिन उसकी जान नहीं बच पाई। मृतक के भतीजे मनोज कुमार का कहना है कि मधुमक्खियों के झुंड ने मुझ पर भी हमला किया था, लेकिन मैं बच गया। मेरी आंखों के सामने ही चाचा की जान चली गई।

बैतूल, मुरैना और खंडवा हो चुकी है मौत 
बैतूल के मुलताई में 11 अप्रैल को अंतिम संस्कार के कार्यक्रम में आए लोगों पर मधुमक्खियों ने हमला कर दिया था। 50 लोग घायल हो गए थे। हमले के अगले दिन रमेश नगदे की इलाज के दौरान मौत हो गई थी। मुरैना के अंबाह में कुछ लोग पेड़ के नीचे बैठे थे। तभी मधुमक्खियों ने हमला कर दिया था। 6 से ज्यादा लोगों को बुरी तरह से काट लिया था। कैलाश नाम के युवक की इलाज के दौरान मौत हो गई थी। खंडवा में एक साल पहले मधुमक्खियों से बचने के लिए जिला अस्पताल की तीसरी मंजिल से एक शख्स ने छलांग लगा दी थी। नीचे गिरने से उसकी मौत हो गई थी।