मऊगंज में 3 की मौत: पिता और दो बच्चे फंदे पर लटके थे; बदबू आने पर हुआ खुलासा, जानिए क्या है मामला 

noida suicide Employee hanging himself in office police takes colleague into custody
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ऑफिस में युवक ने लगाई फांसी।
मध्य प्रदेश के मऊगंज में सनसनीखेज मामला सामने आया है। घर में पिता और दो बच्चों के शव मिलने से हड़कंप मच गया। शुक्रवार (4 अप्रैल) को घर से बदबू आने पर मामले का खुलासा हुआ।

Mauganj Crime News: मध्य प्रदेश के मऊगंज में सनसनीखेज मामला सामने आया है। घर में पिता और दो बच्चों के शव मिलने से हड़कंप मच गया। शुक्रवार (4 अप्रैल) को घर से बदबू आने पर मामले का खुलासा हुआ। ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस और फॉरेंसिक टीम पहुंची। शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। तीनों ने आत्महत्या की या मौत की वजह कुछ और है? जांच के बाद ही तस्वीर साफ होगी। घटना गडरा गांव की है।

सिलाई करके परिवार का भरण पोषण करता था
गडरा गांव निवासी औसेरी साकेत ने दो शादी की थी। पहली पत्नी की मौत हो चुकी है। उसके चार बच्चे हैं। चारों बाहर रहते हैं। दूसरी पत्नी से दो बच्चे थे। दूसरी पत्नी छोड़कर चली गई। औसेरी अपने दो बच्चों के साथ गांव में रहता था। सिलाई का काम करके परिवार का भरण पोषण करता था। शुक्रवार को औसेरी साकेत, उसकी बेटी मीनाक्षी (11) और बेटे अमन (8) के शव मिले हैं।

शुरुआती जांच: पारिवारिक कारणों से सामूहिक सुसाइड
पुलिस ने बताया कि गडरा में साकेत समाज की बस्ती से घर से बदबू आने की सूचना मिली थी। पुलिस पहुंची तो घर अंदर से बंद था। पुलिस ने दरवाजा खोला तो तीन डेडबॉडी थी। शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। एफएसएल टीम जांच कर रही है। जांच के बाद ही घटना का कारण पता चलेगा। शुरुआती जांच में पारिवारिक कारणों के चलते सामूहिक सुसाइड का मामला लग रहा है।

परिजनों ने पुलिस को बताया जिम्मेदार
परिजनों का दावा है पिछले दिनों हिंसा के बाद गांव में सुरक्षा के लिए तैनात पुलिस ने औसेरी से मारपीट की थी। उसी दिन से उसने घर का गेट नहीं खोला। परिजनों ने पुलिस को जिम्मेदार बताया है। जबकि रीवा आईजी गौरव राजपूत का कहना है कि 15 मार्च को हुई हिंसा से यह मामला पूरी तरह से अलग है।

जानिए 15 मार्च की घटना
बता दें कि 15 मार्च को गडरा गांव में बवाल हुआ था। सनी द्विवेदी नाम के युवक की आदिवासियों ने पीट-पीटकर हत्या की थी। एएसआई रामचरण गौतम पर भी हमला हुआ था। हमले में रामचरण शहीद हो गए थे। तब से गांव में धारा 144 लागू है।

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