Dhar Bhojshala ASI Survey: भोजशाला में ASI सर्वे का शुक्रवार को आठवां दिन है। एक हफ्ते पहले ही 22 मार्च को इस सर्वे की शुरुआत हुई थी। छह सप्ताह के अंदर उच्च न्यायालय के आदेश पर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग को अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करनी है। आज शुक्रवार के दिन दोपहर को एक से तीन बजे के बीच में नमाज भी पढ़ी गई।

धार की ऐतिहासिक भोजशाला में फिल्म में उपयोग होने वाले रिफ्लेक्टरों और आधुनिक तकनीक का उपयोग किया जा रहा है। रिफ्लेक्टर के माध्यम से एक-एक फोटो और वीडियोग्राफी कराई जा रही है। जिससे भोजशाला के अंदर पाषाण पर उकरे गए हर चिन्ह को स्पष्ट रूप से देखा जा सके। अभी तक में भोजशाला के अंदर औसतन 50 घंटे का सर्वे हो चुका है।

शुक्रवार को पढ़ी गई नमाज
भोजशाला की फोटोग्राफी के लिए उच्च क्वालिटी के फिल्मी तकनीक का उपयोग किया जा रहा है। यह किसी फिल्म इंडस्ट्री की डॉक्यूमेंट्री से कम नहीं है। इसमें रिफ्लेक्टर का उपयोग किया जा रहा है। इसके माध्यम से सूरज की रोशनी भोजशाला के पाषाणों पर डाली जा रही है। शुक्रवार को नमाज पढ़ने के बाद शहर काजी वकार सादिक ने कहा भोजशाला के कक्ष का अधिकार 1997 तक मुस्लिम समाज के पास था।

एक सप्ताह से शुरू है सर्वे 
भोजशाला में एएसआई सर्वे का एक सप्ताह पूरा हो गया है। भोजशाला के गर्भ गृह के पिछले भाग में दो स्थानों पर खुदाई चल रही है। लगातार 22 मार्च से सुबह से लेकर शाम तक सर्वे किया जा रहा है। इस दौरान दोनों ही पक्ष वहां पर मौजूद रहते हैं। भोजशाला की एएसआई टीम को छह सप्ताह के अंदर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग को अपनी रिपोर्ट सौंपनी है। एक सप्ताह बीतने के बाद अब 35 दिन का समय शेष रह गया है।