MP News: वनों को बचाने के लिए समिति करेगी फिर से काम, गड़बड़ियां होंगी उजागर

Forest staff
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वनों को बचाने के लिए काम
MP News: एमपी में वनों को बचाने के लिए समिति का गठन एब बार फिर से कर दिया गया है। सोमवार के दिन इसकी औपचारिकरूप से घोषणा कर दी गई।

MP News: मध्य प्रदेश में वन बचाओ समिति का पुनर्गठन किया गया है यह समिति पिछले डेढ़ साल से निष्क्रिय थी। वन बचाओ समिति के धनलाल और संरक्षक ऋषभ जैन मीशा बंदी ने बताया कि वन बचाओ समिति में दो रिटायर रेंजर, रिटायर तीन डिप्टी रेंजर, रिटायर दो ठेकेदार, 5 कुशल सैनिक सहित पूर्व सरपंच, पूर्व जनपद सदस्य को समिति में शामिल किया गया है।

2004 का मामला
संरक्षक ऋषभ जैन ने बताया कि वर्ष 2004 में वन बचाव समिति ने औबेदुल्लागंज वन मंडल में भारी अवैध कटाई वन जमीन पर अतिक्रमण और तालाब ट्रंच पर किए पौधरोपण और वन्य प्राणियों के लिए आई राशि में करोड़ों का भ्रष्टाचार उजागर किया था। वन बचाओ समिति ने 2004 में रातापानी अधीक्षक 5 साल को लंबी छुट्टी पर चले गए थे, इसकी जांच पुलिस, वन विभाग और दिल्ली की टीम ने की थी।

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एसडीओ पर भ्रष्टाचार साबित
धनलाल ने बताया कि साल 2004 के डीएफओ पीके सिंह अधीक्षक, आलोक पाठक की फाइल वन मंत्री निकालें तो उनके भ्रष्टाचार के कारनामे सामने आ जाएंगे। वन बचाओ समिति ने 2015 और 2016 में फिर मामले उठाए थे, तब तीन एसडीओ वन ने गौहरगंज चिकलोद रेंज की जांच की थी। जांच में दो रेंजर, एक एसडीओ पर भ्रष्टाचार साबित हुआ था। लोकायुक्त ने भी जांच की इसमें 16 लाख रुपए की रिकवरी निकाली थी।

सक्रिय होकर होगा काम
प्रदेश में वन बचाओ समिति के पुनर्गठन होने पर रिटायर रेंजर एमके शर्मा, दादा धनलाल, फरीद खान, विश्नोई और संरक्षक ऋषभ जैन ने बताया कि समिति 2022-2023 और 2024 में हो रही गड़बड़ी जैसे वन भूमि पर अतिक्रमण, अवैध कटाई व उत्खनन सहित औबेदुल्लागंज वन मंडल में वन्य प्राणियों की मौत व शिकार सहित करोड़ों के बने फर्जी बिल वाउचरों और खरीदी, ठेकेदारी से हुए काम सहित सप्लाई के मटेरियल, पौधरोपण, तालाब, सड़क, दीवालें, ट्रंच आदि के मामले शीघ्र उजागर करेगी। वन बचाओ समिति ने बैठक कर शीघ्र सक्रिय होकर काम करने पर बल दिया है।

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