मध्य प्रदेश: फर्जी सर्टीफिकेट से सरकारी नौकरी पाने के 356 मामले, 24 पर संकट; जानें सरकार का जवाब

Govt job fraud in MP
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मध्य प्रदेश में फर्जी सर्टीफिकेट से सरकारी नौकरी पाने के 356 मामले, 24 पर खतरा।
MP job fraud: मध्यप्रदेश में फर्जी प्रमाण पत्र से सरकारी नौकरी हथियाने के 350 से ज्यादा मामले सामने आए हैं। कांग्रेस विधायक डॉ राजेंद्र सिंह के सवाल पर मंत्री विजय शाह ने यह जानकारी विधानसभा में दी है।

MP job fraud: मध्यप्रदेश में सरकारी नौकरी के लिए नित नए फर्जीवाड़े हो रहे हैं। फर्जी जाति प्रमाण-पत्र और फर्जी विकलांगता प्रमाण-पत्र से नौकरी पाने के 350 से ज्यादा मामले सामने आए हैं। 232 की जांच चल रही है। जबकि, 24 अधिकारी-कर्मचारियों के खिलाफ दोष साबित हो चुका है। इनकी नौकरी कभी जा सकती है।

सरकारी नौकरी में फर्जीवाड़े की यह जानकारी जनजातीय कल्याण मंत्री कुंवर विजय शाह ने विधानसभा में दी है। कांग्रेस विधायक डॉ राजेंद्र सिंह के सवाल के जवाब में मंत्री विजय शाह ने बताया कि पिछले 9 साल (2015 से अब तक) में एमपी में 232 अधिकारी कर्मचारियों के खिलाफ फर्जी दस्तावेजों से नौकरी पाने की शिकायतें मिली हैं। उनके खिलाफ जांच चल रही है।

पुलिस और SAF में भी फर्जीवाड़ा
मध्य प्रदेश पुलिस और एसएएफ में फर्जी जाति प्रमाण पत्र से नौकरी हथियाने की शिकायत आई है। इसमें 200 से ज्यादा जवानों के जाति प्रमाण-पत्र पर संदेह जताया गया है। प्रधान आरक्षक रामसिंह मांझी और आरक्षक धर्मेंद्र मांझी सहित 10 के खिलाफ 2019 में एफआईआर हुई थी। सभी ने हाईकोर्ट से स्टे लेकर नौकरी कर रहे हैं। टिहौली के कई युवकों ने ग्वालियर निवासी गोविंद पाठक के खिलाफ शिकायत की है।

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एसडीएम ने जारी किया नोटिस
ग्वालियर के तत्कालीन एसडीएम के पास भी फर्जी जनजाति प्रमाण पत्र की शिकायत की गई थी। एसडीएम ने रमेश श्रीवास को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा है। एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए थे।

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