Ban on making Reels in Mahakal Temple: उज्जैन में बाबा महाकल के दर्शन करने जाने वाले श्रद्धालु अब मंदिर में रील नहीं बना पाएंगे। महाकाल मंदिर प्रबंध समिति ने नए दिशा निर्देश बनाए हैं। नई गाइड लाइन का सख्ती से पालन कराने के निर्देश भी दिए हैं। यदि कोई श्रद्धालु मंदिर में रील बनाता दिखाई दिया तो पहले समझाइश दी जाएगी। यदि फिर भी नहीं मानता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि शनिवार रात को रील्स बनाने से रोकने पर पांच लड़कियों ने मंदिर में ड्यूटी कर रहीं महिला सुरक्षा गार्ड के साथ मारपीट की थी। घटना के बाद मंदिर समिति ने नई गाइड लाइन जारी की है। 

दर्शन व्यवस्था में बड़ा बदलाव 
जानकारी के मुताबिक, श्री महाकालेश्वर प्रबंध समिति के प्रशासक मृणाल मीना ने महाकालेश्वर मंदिर की दर्शन व्यवस्था में बड़ा बदलाव किया है। मीना ने मंदिर परिसर में रील बनाने पर पाबंदी लगा दी है। मीना का कहना है कि वे चाहते हैं कि मंदिर में जिस भावना के साथ श्रद्धालु बाबा महाकाल के दर्शन करने आते हैं, उनकी मनोकामना पूरी हो। श्रद्धालुओं को अच्छी से अच्छी व्यवस्था मिले, इसके लिए हम प्रयासरत हैं।

पहले समझाइश नहीं माने तो दंडात्मक कार्रवाई 
मीना का कहना है कि महाकालेश्वर प्रबंध समिति के निर्देशों का लगातार उल्लंघन किया जा रहा है। अब ऐसा करने वालों पर कड़ी कार्रवाई होगी। महाकालेश्वर मंदिर परिसर में फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी प्रतिबंधित है। कई श्रद्धालु इन नियमों का उल्लंघन करते हैं। ऐसा करने पर यदि कोई सुरक्षाकर्मी रोकता है तो उसके साथ मारपीट तक करते हैं। ऐसे लोगों को पहले समझाइश दी जाएगी। अगर नहीं मानते हैं तो दंडात्मक कार्रवाई भी होगी। 

रील्स बनाने से रोकने पर महिला गार्ड से मारपीट 
बता दें कि शनिवार की रात को मंदिर के प्रतिबंधित क्षेत्र में कुछ लड़कियां रील्स बना रही थीं। सुरक्षाकर्मी शिवानी पुष्पद, संध्या प्रजापति, संगीता चांगेसिया ने लड़कियां को ऐसा करने से मना किया तो चार-पांच लड़कियों ने महिला गार्ड पर हमला बोल दिया। युवतियों ने सुरक्षाकर्मियों के साथ मारपीट की। मारपीट का सीसीटीवी फुटेज सामने आया था। सुरक्षकर्मी शिवानी पुष्पद की शिकायत पर महाकाल थाना पुलिस ने पलक चौहान, परी चौहान और अन्य पर केस दर्ज किया है।