Sonipat Municipal Corporation: सोनीपत नगर निगम के आयुक्त ने बड़ी कार्रवाई करते हुए काफी समय से एक पद पर काम कर रहे 40 क्लर्क और दूसरे कर्मचारियों का ट्रांसफर कर दिया है। इसके अलावा आयुक्त ने नए कर्मचारियों को आदेश दिया है कि पेंडिंग फाइलों को तुरंत निपटाया जाए। नगर निगम के अधिकारियों के पास निगम में काम करने वाले कर्मचारियों के खिलाफ लगातार भ्रष्टाचार की शिकायतें आ रही थीं। कर्मचारियों पर लोगों ने आरोप लगाया था कि कर्मचारी जनता के काम को पूरा नहीं करते बल्कि उन्हें दफ्तर के चक्कर कटवाते हैं। ऐसे में यह भी शिकायतें सामने आई कि कर्मचारी काम पूरा करने के बदले में रिश्वत की मांग करते हैं।
40 क्लर्क समेत इन कर्मचारियों के किए तबादले
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, रिश्वत की शिकायत मिलने के बाद नगर निगम आयुक्त ने 40 क्लर्क, सहायक कर्मचारी व डाटा एंट्री ऑपरेटरों का तबादला कर दिया। इनमें 40 क्लर्क, 2 सहायक व 13 डाटा एंट्री ऑपरेटर शामिल हैं। इसके अलावा 11 नए कर्मचारी भी निगम में शामिल हुए हैं। ट्रांसफर करने के पीछे का मकसद निगम की कार्यप्रणाली में पारदर्शिता लाना और भ्रष्टाचार पर रोक लगाना है।
इसके बाद निगम आयुक्त ने तबादला किए गए कर्मचारियों के स्थान पर नए कर्मचारियों को आदेश दिए हैं कि पेंडिंग बड़ी सभी फाइलों को निपटाया जाए। आयुक्त का यह भी कहना है कि अगर कोई कर्मचारी उनके आदेश का पालन नहीं करेगा, तो उससे लिखित में जवाब लिया जाएगा। यह फैसल आमजन की सुविधा को ध्यान में रखकर लिया गया है, ताकि उनका काम समय पर हो सके, लोगों को किसी तरह की परेशानी का सामना ना करना पड़े।
जोनल टैक्स ऑफिसर का भी हो सकता है ट्रांसफर
मेयर चुनाव के दौरान भी नगर निगम में फैले भ्रष्टाचार का मुद्दा सामने आया था। जिसके बाद बीजेपी और कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवारों ने अपने चुनावी घोषणापत्रों में भ्रष्टाचार को खत्म करने का वादा भी किया था। ऐसा कहा जा रहा है कि नगर निगम में जल्द ही जोनल टैक्स ऑफिसर (जेड-टीओ) का भी ट्रांसफर हो सकता है। इस एक्शन के बाद फरीदाबाद से नई जेड-टीओ सुनीता ने सोनीपत नगर निगम में अपनी सेवाएं देनी शुरू कर दी हैं।
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नगर निगम आयुक्त ने क्या कहा ?
नगर निगम आयुक्त हर्षित कुमार का कहना है कि निगम में 40 कर्मचारियों का तबादला किया गया है, जो लंबे समय से एक ही सीट पर काम कर रहे थे। इनके खिलाफ शिकायतें भी मिली थी। उन्होंने विश्वास जताया कि इस फैसले से निगम के लोगों को काम कराने में कोई परेशानी नहीं होगी। उन्होंने आम जनता से अपील की कि यदि कोई कर्मचारी उन्हें परेशान करता है तो वे इसकी शिकायत दर्ज कराएं।
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