Rohtak PGI Employees: ठेका कर्मचारियों ने की रोजगार निगम में शामिल करने की मांग, शुरू किया अनिश्चित काल के लिए हड़ताल

Rohtak PGI Employees Indefinite Strike
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रोहतक पीजीआई कर्मचारियों की हड़ताल।
Rohtak PGI Employees: हरियाणा में पीजीआई रोहतक के कर्मचारियों ने सरकार की योजना एचकेआरएन के तहत नौकरी देने की मांग को लेकर सोमवार को अनिश्चित काल के लिए हड़ताल शुरू कर दी है। उनका कहना है कि उनके ऊपर मानसिक रूप से दबाव बनाया जाता है।

Rohtak PGI Employees Indefinite Strike: हरियाणा में रोहतक पीजीआई में काम ठेके पर काम कर रहे कर्मचारियों ने सोमवार को अनिश्चित काल की हड़ताल शुरू कर दी है। कर्मचारियों ने ठेकेदार प्रशासन और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और मांग उठाते हुए कहा कि उन्हें हरियाणा कौशल रोजगार निगम के तहत नौकरी दी जाए। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं की जाएगी, वह हड़ताल को जारी रखेंगे।

क्या है कर्मचारियों की मांग?

रोहतक पीजीआई के बेरर चांद ने बताया कि पीजीआई के ठेका कर्मचारियों का कहना है कि उन्हें सरकार की योजना के तहत हरियाणा कौशल रोजगार निगम (HKRN) के पोर्टल पर रजिस्टर किया जाए। उन्होंने कहा कि सरकार ने घोषणा की थी कि सभी अनुबंधित कर्मचारियों को HKRN के पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा। जानकारी के मुताबिक, कुछ कर्मचारियों को HKRN के तहत नौकरी पर लग गए, लेकिन बाकी के कर्मचारियों को अभी तक पोर्टल पर अपलोड नहीं किया गया। इसको लेकर कर्मचारियों ने प्रशासन के अधिकारियों से भी मुलाकात की, लेकिन इसका कोई समाधान नहीं निकला, जिसके बाद कर्मचारियों में बहुत रोष भर गया है।

कर्मचारियों ने बताई अपनी समस्याएं

एक महिला कर्मचारी ने आरोप लगाते हुए बताया कि हर महीने उसकी सैलरी से 1-2 हजार रुपए काट लिए जाते हैं। उन्होंने बताया कि कुछ समय लेट होने पर ही उन्हें पंचिंग में गड़बड़ी करके गैरमौजूद दिखा दिया जाता है। इसके अलावा महिला कर्मचारी ने बताया कि पिछले चार साल से उसकी सैलरी भी नहीं बढ़ी है।

एक अन्य व्यक्ति सोमबीर हुड्डा ने कहा कि उनके ऊपर मानसिक दबाव भी बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि घर में किसी के बीमार होने पर भी छुट्टी नहीं मिलती है। ठेकेदार कहता है कि छुट्टी के लिए तीन दिन पहले बताएं। इस तरह से उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है। ऐसे में कर्मचारियों की मांग है कि उन्हें कौशल रोजगार निगम के तहत नौकरी दी जाए, अन्यथा वे हड़ताल जारी रखेंगे।

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