punjab-haryana flood: अब बही उल्टी गंगा, पंजाब बोला-हरियाणा वालों भाखड़ा से जितना चाहे पानी ले लो

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भाखड़ा में जलस्तर ज्यादा होने पर पंजाब ने अतिरिक्त पानी हरियाणा को देने की अपील की। 
भाखड़ा का पानी लेने के लिए कुछ माह पहले हरियाणा व पंजाब में मारामारी मची हुई थी। हर कोई ज्यादा पानी चाह रहा था, लेकिन अब पंजाब में बाढ़ की वजह से इसके उल्ट स्थिति बन गई है। कोई भी पानी लेना नहीं चाह रहा।

punjab haryana flood : हरियाणा और पंजाब में भाखड़ा के पानी को लेकर वर्षों से घमासान मचा हुआ है। मई, 2025 में दोनों राज्य भाखड़ा से ज्यादा पानी लेने की मांग पर अड़े हुए थे, लेकिन पंजाब ने अतिरिक्त पानी नहीं दिया। वहीं, अब पहाड़ों में बारिश की वजह से नदियां उफान पर हैं, पंजाब के सात जिले बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हैं। हरियाणा में बाढ़ को लेकर अलर्ट जारी हो चुका है। ऐसे में कोई भी राज्य भाखड़ा से अतिरिक्त पानी लेने को तैयार नहीं है।

हरियाणा ने ज्यादा पानी छोड़ने पर जताई आपत्ति

हरियाणा में बाढ़ जैसे हालात बन जाने के बाद भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड BBMB से ज्यादा पानी नहीं छोड़े जाने की अपील की है। पत्र लिखकर अपील की गई है कि उनकी मांग के अनुरूप कम पानी छोड़ा जाए। हरियाणा से भाखड़ा वाटर सर्विस चीफ इंजीनियर एमएल राणा की ओर से बीबीएमबी को लिखे पत्र में कहा गया है कि 29 अगस्त को हरियाणा के संपर्क बिंदु पर पानी का प्रवाह 8 हजार 894 क्यूसेक था, जबकि मांग 7 हजार 900 क्यूसेक की थी। 26 अगस्त 2025 को हरियाणा ने इंडेंट घटाकर 7 हजार 900 क्यूसेक कर दिया था लेकिन पानी का डिस्चार्ज अभी तक कम नहीं है। उधर, लगातार बारिश से पानी की मांग और कम हो गई है।

हरियाणा ने और घटाई पानी की मांग, लेकिन हालात खराब

हरियाणा की ओर से भेजे गए पत्र में 6250 क्यूसेक पानी करने की मांग की गई है। चीफ इंजीनियर ने दलील में कहा है कि राज्य के अंदर बाढ़ जैसे हालात बन रहे हैं। ऐसे में राज्य की नहर प्रणालियों और आबादी की सुरक्षा के लिए पानी के डिस्चार्ज को कम किया जाए। अभी नियमित मांग 7 हजार 900 क्यूसेक से भी ज्यादा पानी भाखड़ा से आ रहा है। अगर और ज्यादा पानी छोड़ा जाता है तो इससे कैथल, हिसार, सिरसा, फतेहाबाद, जींद और कुरुक्षेत्र जैसे जिलों में संकट आ सकता है। अभी भी हिसार, फतेहाबाद, सिरसा, अंबाला, फरीदाबाद, जींद आदि जिलों में हजारों एकड़ फसल पानी में डूबी हुई है। कई नदियां उफान पर हैं, जिस वजह से बाढ़ का अलर्ट जारी किया गया है।

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पंजाब के मंत्री ने कहा-पानी कोई नहीं ले रहा

पंजाब के जल संसाधन मंत्री बरिंदर गोयल ने कहा कि पंजाब की धरती प्यासी होती है तो उसका हक छीना जाता है। अब जब चारों तरफ पानी ही पानी है तो कोई पानी लेने को तैयार नहीं, पंजाब को अकेला छोड़ा जा रहा है। पंजाब ने हरियाणा से गुहार लगाई कि भाखड़ा का पानी ज्यादा ले लो ताकि पंजाब को बाढ़ से बचाया जा सके लेकिन हरियाणा पानी का कोटा कम करने की मांग कर रहा है। ऐसे में पंजाब में बाढ़ के हालात और बिगड़ सकते हैं।

मई में अतिरिक्त पानी देने से कर दिया था मना

हरियाणा में मई, 2025 में पानी का संकट खड़ा हो गया था। भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड की तकनीकी कमेटी की बैठक में हरियाणा ने 725 क्यूसेक अतिरिक्त पानी की मांग की थी। हरियाणा ने 10 हजार 300 क्यूसेक पानी की मांग रखी, लेकिन पंजाब ने इससे मना कर दिया था। नियमों के अनुसार 21 मई से हरियाणा को अगले साल के कोटे के हिसाब से पानी मिलना शुरू हो गया था। अब पंजाब और ज्यादा पानी लेने की हरियाणा से मांग कर रहा है।

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