हरियाणा के शिक्षकों की बड़ी लापरवाही: प्रोफाइल में दिए गलत मोबाइल नंबर, शिक्षा विभाग को डाटा अपडेट करने में हो रही परेशानी

Wrong Mobile Numbers of Haryana teachers on IMS portal
X
प्रतीकात्मक तस्वीर।
Haryana Teachers: शिक्षा विभाग के पास 6118 शिक्षकों के गलत मोबाइल नंबर दर्ज हैं, जिसकी वजह से विभाग को डाटा अपडेट करने में काफी परेशानी हो रही है, क्योंकि शिक्षकों के नंबर पर ओटीपी नहीं जा रहा है।

Education Department of Haryana: हरियाणा में शिक्षकों से जुड़ा एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। प्रदेश में 6 हजार शिक्षकों के गलत नंबर शिक्षा विभाग के पास दर्ज हैं। इसकी वजह से विभाग को डाटा अपडेट करने में काफी दिक्कत हो रही है। विभाग के पास शिक्षकों के गलत नंबर होने से डाटा अपडेट नहीं हो पा रहा है, क्योंकि उनके मोबाइल नंबर पर ओटीपी नहीं आ रहा है।

बता दें कि ऐसे कुल 6118 शिक्षक हैं, जिन्होंने गलत नंबर दिए हुए हैं। इसके अलावा एमआईएस पोर्टल पर विभिन्न सेवाओं तक पहुंचने, ब्लॉक व स्कूल वरीयताओं को भरने से लेकर डेटा सत्यापन के लिए सामान्य स्थानांतरण अभियान जैसे कई काम भी प्रभावित हो रहे हैं। इस मामले में शिक्षा विभाग ने सभी शिक्षकों का नंबर सही करने के लिए सख्ती अपनाई है।

सबसे ज्यादा गुरुग्राम के शिक्षकों ने की लापरवाही

राज्य के सभी जिलों की बात करें, तो सबसे अधिक गुरुग्राम के 433 शिक्षकों के गलत मोबाइल नंबर दर्ज हैं। इसके बाद अंबाला के 431 शिक्षकों के गलत नंबर विभाग के पास हैं। वहीं, सबसे कम शिक्षक चरखी दादरी जिले के हैं, जिनके गलत मोबाइल नंबर शामिल हैं। जानकारी के मुताबिक, जल्द ही सभी का डाटा अपडेट किया जाएगा। इसके लिए हरियाणा के माध्यमिक शिक्षा निदेशालय में आईटी के डिप्टी डायरेक्टर ने प्रदेश के सभी जिला शिक्षा अधिकारी और जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी को पत्र जारी कर निर्देश दिया है।

कई शिक्षकों ने दिया लैंडलाइन का नंबर

शिक्षा निदेशालय की ओर से जारी पत्र में कहा गया है कि एमआईएस पोर्टल पर सभी शिक्षकों के व्यक्तिगत प्रोफाइल में 100 प्रतिशत डेटा सही होना चाहिए। बता दें कि इनमें बहुत से शिक्षक ऐसे हैं, जिन्होंने अपने लैंडलाइन का नंबर दिया है। वहीं, ऐसे भी शिक्षक हैं, जिनके मोबाइल नंबर में केवल 9 अंक हैं या फिर 10 से ज्यादा हैं। एमआईएस पोर्टल पर जानकारियों को अपडेट करने और किसी भी तरह के सत्यापन के लिए ओटीपी भेजा जाता है, जिसके लिए सही मोबाइल नंबर देना आवश्यक है।

ये भी पढ़ें: हरियाणा के प्राइवेट स्कूलों में फ्री पढ़ेंगे बच्चे: नायब सैनी सरकार ने जारी किए 33.545 करोड़ रुपये, जानें किसे मिलेगा फायदा

WhatsApp Button व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें WhatsApp Logo
Next Story