Sonipat: शहर के बीच से गुजर रही ड्रेन नंबर 6 की पटरी को कुछ शरारती तत्वों ने काट दिया। मंगलवार देर रात की गई इस वारदात के बाद से ऋषि कॉलोनी एक्सटेंशन की गलियों, गौशाला समेत सैकड़ों एकड़ जमीन व घरों में गंदा पानी घुस गया। बुधवार सुबह जब लोग उठे तो उन्होंने गलियों में दूषित पानी भरा देखा। दूषित पानी भरा होने के कारण अधिकतर घरों में आने-जाने का रास्ता बंद हो गया। इस पर लोगों ने निगम पार्षद व अधिकारियों को फोन किया। सूचना मिलने के बाद निगम आयुक्त ने ड्रेन को बंद करवाया तथा पानी निकासी के लिए दो पंप भी लगाए।

ड्रेन में कट लगाने से भरा गंदा पानी

निगम पार्षद हरिप्रकाश सैनी ऋषि कॉलोनी एक्सटेंशन में पहुंचे। उन्होंने कॉलोनी वासियों के साथ हर गली में जाकर हालात देखे और कट बंद करवाने का काम शुरू करवाया। ड्रेन का कट बंद होने के बाद घरों के बाहर इकट्ठा पानी की निकासी का भी इंतजाम किया जाएगा। लोगों ने बताया कि ड्रेन नंबर छह को पक्का करने के कार्य में हो रही देरी के चलते क्षेत्रवासियों का जीवन नर्क बना हुआ है और कभी भी ड्रेन ओवरफ्लो होकर पानी कॉलोनी में घुस जाता है। दूषित पानी कई दिन तक खड़ा रहने के कारण बीमारियां फैलने की आशंका रहती है। उन्होंने निर्माण कार्य जल्द पूरा करके समस्या का स्थाई समाधान करने की मांग की। निगमायुक्त विश्राम मीणा ने गलिययों का निरीक्षण करके दो पंपसेट लगवाकर जल्द पानी निकासी के निर्देश दिए।

2016 से चल रहा ड्रेन पक्का करने का काम

बता दें कि ड्रेन को पक्का करने का काम सालों से चल रहा है। अमृत योजना के तहत वर्ष 2016 में ड्रेन नंबर 6 को मैच बॉक्स आकार में कवर करने की रूपरेखा तैयार की थी। यह कार्य दो साल में पूरा किया जाना था, लेकिन इसमें लगातार देरी होती गई। योजना के तहत 4.9 किलोमीटर लंबी ड्रेन पक्की करने के लिए नगर निगम ने एमएस गर्ग एजेंसी को 88 करोड़ की लागत से सितंबर 2017 को कार्य आवंटित कर दिया था। एजेंसी बाद में अपनी शर्तों पर खरा नहीं उतर सकी। इसके चलते निगम ने 8 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाकर एजेंसी से काम छीन लिया था। इसके बाद निगम की ओर से दूसरी एजेंसी को नया टेंडर करीब 15 फीसदी अधिक राशि में आवंटित किया था।

अवैध कब्जे भी बने सिरदर्द

ड्रेन नंबर 6 को पक्का करने की योजना बनाई गई थी। इसे दो हिस्सों में पक्का किया जा रहा है। देवडू रोड से शादीपुर तक ड्रेन के पार्ट-1 को पक्का करने के लिए 92 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं। अवैध कब्जों की वजह से ड्रेन के 1200 मीटर हिस्से में निर्माण अटका हुआ था। जिसके बाद नवंबर, 2023 में निर्माण कार्य फिर से शुरू हुआ था। शादीपुर से राठधना तक ड्रेन के पार्ट-2 के 2600 मीटर हिस्से का निर्माण 47.29 करोड़ रुपए में किया जा रहा है।

मुगल कैनाल की तर्ज पर होना है काम

करनाल के मुगल कैनाल की तर्ज पर ड्रेन नंबर छह को पक्का किया जा रहा है। ड्रेन के दोनों हिस्सों का निर्माण पूरा होने पर सेक्टर-12, 13 14, बाबा कॉलोनी, बैंयापुर खुर्द, पटेल नगर, शनि मंदिर, जटवाड़ा, कामी चौक, सब्जी मंडी, बाबा धाम, आदर्श नगर, ऋषि कॉलोनी, ओल्ड हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी, ब्रह्म नगर होते हुए ड्रेन-6 तक के क्षेत्र में रह रहे लोगों को फायदा होगा। इससे शहरवासियों को वर्षों बाद गंदगी से निजात मिल सकेगी।

पहले भी खेत हो चुके हैं बर्बाद

ड्रेन के गंदे पानी की वजह से पहले भी सैकड़ों एकड़ खेत बर्बाद हो चुके हैं। फिलहाल तो ड्रेन की पटरी शरारती तत्वों ने तोड़ी है, इससे पहले दो-तीन बार ड्रेन ओवरफ्लो हो चुकी है। जिसकी वजह से जटवाड़ा के खेतों में गंदा पानी इकट्ठा हो गया था। सैकड़ों एकड़ फसल बर्बाद हो गई थी। यहां से भी पंपों के जरिये पानी की निकासी की जा चुकी है।