Bahadurgarh। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी मंगलवार सुबह बिना किसी पूर्व सूचना के गांव छारा में वीरेंद्र आर्य के लाला दीवानचंद कुश्ती अखाड़े पहुंच गए। जहां बजरंग पूनिया साथी पहलवानों के साथ पहले से ही मौजूद थे। सुरक्षा एजेंसियों को राहुल गांधी के छारा पहुंचने की भनक तक नहीं लग पाई तथा अचानक राहुल की आने से सुरक्षा एजेंसियों व प्रशासन की सांसें फूल गई। राहुल गांधी के पहुंचने से कुछ मिनट पहले ही बजरंग पूनिया अखाड़े में पहुंचे थे।
अखाड़े में बजरंग के साथ आजमाए हाथ
राहुल गांधी ने वीरेंद्र आर्य छारा गांव के कुश्ती अखाड़े में मैट पर बजरंग पूनिया के साथ कुश्ती की प्रैक्टिस भी की। इससे पहले राहुल गांधी ने बजरंग के कोच वीरेंद्र पूनिया व अन्य पहलवानों और ग्रामीणों के साथ कुश्ती व कुश्ती संघ और पहलवानों के बीच चल रहे विवाद पर चर्चा भी की। बजरंग पूनिया भले ही इसे राहुल गांधी की रूटिन यात्रा बता रहे हो, परंतु पहले से बजरंग व विनेश फौगाट पर दीपेंद्र हुड्डा के हाथों में खेलने का आरोप लगाने वाले विरोधियों को बजरंग का यह तर्क शायद ही हजम हो जाए।
कोच ने किया राहुल गांधी का स्वागत
बजरंग पूनिया के कोच वीरेंद्र आर्य ने अखाड़े पहुंचने पर राहुल गांधी का स्वागत किया। कोच वीरेंद्र आर्य ने राहुल गांधी के आने पर खुशी जताते हुए कहा कि राहुल गांधी से मिलकर अच्छा लगा। इस दौरान राहुल गांधी के साथ कुश्ती व पहलवानो व कुश्ती संघ के बीच चल रहे विवाद सहित कई विषयों पर चर्चा भी हुई।
सरसों के साग के साथ खाई बाजरे की रोटी
बजरंग पूनियां के साथ नेट पर प्रैक्टिक करने के अलावा राहुल गांधी ने पहलवानों के बीच बैठकर सरसों के साग के साथ बाजरे की रोटी का स्वाद भी चखा। बजरंग पूनिया के पीछे पीछे अखाड़े पर पहलवानों व ग्रामीणों के बीच पहुंचे राहुल गांधी वहीं से वापस चले गए, परंतु जाते समय अपने साथ मूली व गन्ने भी अपने साथ लेकर गए।