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हरियाणा सरकार ने यूपी सहित प्रदेश के कुछ हिस्सों में मदरसों को लेकर चल रहे विवाद के बीच बड़ा फैसला लेते हुए प्रदेश के मरदसों व गुरूकुलों को हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड से जोड़ने का निर्णय लिया है। इसके लिए सालाना सात लाख तक की आर्थिक मदद दी जाएगी। मेवात में केंद्रीय मंत्री ने मुख्यमंत्री के साथ मंच साझा नहीं किया।

मेवात। मेवात के नगीना में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने लोकसभा चुनावों से पहले मदरसों व गुरूकुलों को लेकर बड़ी घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के सभी मदरसों व गुरूकुलों को हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के साथ जोड़ा जाएगा। इसके लिए मदरसों व स्कूलों को छात्र संख्या के हिसार से सालाना सात लाख रुपये तक की आर्थिक मदद दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का उद्देश्य मदरसों व गुरूकुलों में पढ़ने वाले बच्चों को आधुनिक शिक्षा से जोड़ना है, ताकि उन्हें भी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की तरफ प्रतियोगी परीक्षाओं में हिस्सा लेने का मौका मिल सके। उत्तर प्रदेश व असम में मदरसों के टरर फडिंग से जुड़े मामलों को लेकर उठ रहे विवाद के बीच हरियाणा सरकार की इस घोषणा को अहम माना जा रहा है। लोकसभा चुनावों से पहले यूपी एसटीएफ ने अपनी जांच में नेपाल सीमा पर सैकड़ों की संख्या में बने मदरसों को अवैध बताते हुए टरर फंडिंग की बात कही है।जिस पर अब राजनीति भी शुरू हो गई है।

कैसे मिलेगा अनुदान, 1504 युवाओं को दिए नियुक्ति पत्र 

प्रदेश के मदरसों व गुरूकुलों को हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी से पंजीकृत कर सरकार छात्र संख्या अनुसार सालाना अनुदान देगी। 50 से 80 बच्चों के लिए सालाना दो लाख, 81 से 100 बच्चों के लिए सालाना तीन लाख, 101 से 200 बच्चों के लिए सालाना पांच लाख और 200 से अधिक बच्चों के लिए सालाना सात लाख रुपये अनुदान दिया जाएगा। इस दौरान मुख्यमंत्री ने हरियाणा कौशल रोजगार निगम के तहत स्थानीय 1504 युवाओं को वर्चुअली अध्यापक पद के लिए जॉब लेटर भी वितरित किए। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने पुन्हाना और फिरोजपुर झिरका में जल्द कॉलेज निर्माण शुरू करने की भी घोषणा की।

शिव यात्रा के दौरान हुई हिंसा से चर्चा में आया मेवात

गत वर्ष शिव यात्रा के दौरान भड़की हिंसा के बाद मेवात एकाएक चर्चाओं में आ गया था। हिंसा के दौरान हुई आगजनी व फायरिंग में संपत्ति को भारी नुकसान होने के साथ कई लोगों को चोंटें भी आई थी। मेवात हिंसा व आगजनी का मामला प्रदेश ही नहीं, बल्कि राष्ट्रीय राजनीति भी कई दिनों तक छाया रहा था। जिसमें कांग्रेस विधायक मामन खान व गोरक्षा दल के मोनू मानेसर को भी सलाखों के पीछे जाने जाना पड़ा था। हालांकि इस मामले की जांच अभी लंबित है।

सीएम के मंच पर नहीं पहुंचे राव इंद्रजीत

केंद्रीय राज्यमंत्री राव इंद्रजीत सिंह गुरुग्राम लोकसभा से सांसद है। मेवात गुरुग्राम लोकसभा का हिस्सा है तथा मुख्यमंत्री मनोहर लाल के शनिवार के कार्यक्रम को लोकसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है। बावजूद इसके शनिवार को मुख्यमंत्री के मेवात में हुई अलग अलग कार्यक्रमों में केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह शामिल नहीं हुए। 16 फरवरी को रेवाड़ी के माजरा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एम्स शिलान्यास कार्यक्रम के बाद गुरुग्राम लोकसभा के मेवात में शनिवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल का पहला कार्यक्रम था।

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