Logo
election banner
हरियाणा में लोकसभा चुनावों में जुटे भाजपा के सियासी दिग्गज जजपा को साथ लेकर चलने की तैयारी कर रहे है। हाईकमान की तरफ से अगर कोई फरमान जारी हुआ तो जजपा को एक या दो सीट मिल सकती है। भाजपा हाईकमान प्रदेश में जजपा को साथ लेकर चलने के पक्ष में दिख रहा है।

योगेंद्र शर्मा, Haryana: आखिरकार लोकसभा मिशन-2024 फतेह करने में जुटे भाजपा के सियासी दिग्गज हरियाणा में जजपा को साथ लेकर चलने की तैयारी में हैं। हाईकमान की ओर से कोई फरमान जारी हुआ, तो जजपा को एक से लेकर दो सीटों पर मौका दिया जा सकता है। हालांकि प्रदेश भाजपा के नेताओं की राय इस मामले में बिल्कुल विपरीत है। सूत्रों का कहना है कि पश्चिमी यूपी में रालोद के नेता जयंत चौधरी के साथ गठबंधन के साथ ही अब हरियाणा में भी जजपा नेताओं को लोकसभा में हिस्सेदारी मिलने के चांस लग रहे हैं। इस बारे में पार्टी के नेताओं द्वारा हाईकमान के सामने भी अपना पक्ष रखा जा रहा है। कुल मिलाकर भाजपा हाई कमान के नेता भी गठबंधन के साथी को लेकर चलने के पक्ष में दिखाई दे रहे हैं।

हाई कमान के आदेश पर टिकी भाजपा नेताओं की निगाहें 

हरियाणा में लोकसभा सीटों को लेकर भाजपा नेताओं की निगाहें आलाकमान पर टिकी हुई है। अगर हाईकमान का आदेश हुआ, तो प्रदेश इकाई को निर्देश मानने होंगे। उस सूरत में लोकसभा की दस सीटों में एक से लेकर दो सीटों तक दिए जाने की चर्चाओं को पंख लग गए है। इनमें सबसे पहले हिसार सीट और दूसरे विकल्प की बात करें, तो भिवानी महेंद्रगढ़ की सीट है। हिसार सीट पर पहले से ही जजपा नेताओं द्वारा दावा ठोका जा रहा है। लेकिन फिलहाल, गठबंधन में होने के कारण जजपा नेता फूंक-फूंक कर कदम उठा रहे हैं। दूसरी तरफ, एनडीए में शामिल जजपा नेता डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला और वरिष्ठ नेता जजपा सुप्रीमो अजय चौटाला फिलहाल शांत हैं।

भाजपा नेता एनडीए के साथियों को दे रहे तरजीह 

भाजपा की ओर से लगातार अपने एनडीए के साथियों को पूरी तरजीह दी जा रही है। पश्चिमी यूपी में स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह, स्वर्गीय अजीत सिंह परिवार के युवा नेता और राष्ट्रीय लोकदल नेता जयंत चौधरी के लिए सीटें छोड़कर बेहतर संदेश दिया है। यहां पर यह भी बता दें कि पिछले दिनों रेवाड़ी में पीएम नरेंद्र मोदी के आगमन पर मंच साझा करने का मौका भी दिया गया था। जजपा क्योंकि सूबे में सरकार की साथी है, इसलिए रेवाड़ी का भी आमंत्रण नेताओं को था। एनडीए के साथी और एक वक्त में खुद डिप्टी सीएम के दादा पूर्व सीएम रहे ओपी चौटाला भी एनडीए में रहे हैं। जजपा को साथ लेने में अगर भाजपा ने एक सीट भी दी, तो जाटों में बेहतर संदेश जाएगा।

विधानसभा चुनावों की भी बारी

हरियाणा लोकसभा चुनावों के बाद विधानसभा चुनावों की बारी है। छह माह लगभग बचे हैं, इसलिए विधानसभा चुनावों के हिसाब से भी जजपा को साथ में लेकर चलने के संकेत खुद सीएम दे चुके हैं। कुल मिलाकर अपना लक्ष्य पूरा करने और पीएम की घोषणा पर खरा उतरने के लिए भाजपा हाईकमान के हर आदेश का पालन करने की तैयारी है।

5379487