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Farmer Meeting in Jind: जींद में किसान संगठनों ने रविवार को महापंचायत आयोजित की है। इस महापंचायत एमएसपी कानून की मांग और राज्य में बेरोजगारों के ऊपर हो रहे अत्याचार को लेकर आवाज उठाया जाएगा।

Farmer Meeting in Jind: हरियाणा विधानसभा चुनाव बीच जींद में किसान संगठनों ने आज रविवार को मजदूर महापंचायत बुलाई है। इस महापंचायत से पहले शनिवार रात को पुलिस ने पंजाब-हरियाणा बॉर्डर को कैथल में गुहला चीका और संगतपुरा के पास सभी रास्तों को सीमेंट की बैरिकेडिंग लगाकर पूरी तरह बंद कर दिया गया है। बता दें कि यह महापंचायत उचाना की अतिरिक्त कपास मंडी में आयोजित की जाएगी। संयुक्त किसान मोर्चा गैर राजनीतिक के नेता ने बताया कि महापंचायत में हरियाणा के अलावा  पंजाब के भी लगभग 50 हजार किसान शामिल होंगे।

महापंचायत का उद्देश्य

वहीं, उचाना थाना एसएचओ ने बताया कि इस महापंचायत के लिए किसानों की और से किसी भी तरह की  परमिशन नहीं ली गई है। इसके चलते चीका में अधिकारियों के आदेश के अनुसार बॉर्डर सील कर दिया गया है। किसान नेता का कहना है कि उचाना में किसान पंचायत को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। उन्होंने कहा कि हमारी पंचायत का एजेंडा यह है कि पिछले 10 सालों में किसान-मजदूर और बेरोजगारों के ऊपर अत्याचार करने वाली बीजेपी सरकार को कैसे सबक सिखाया जाए।

किसान नेता ने लगाया ये आरोप

किसान नेता का कहना है कि हम सरकार को बिल्कुल साफ कर रहे हैं कि हम न तो किसी राजनीतिक पार्टी का समर्थन करते है और न ही किसी कैंडिडेट के लिए वोट की अपील करते हैं। किसानों की मांग एमएसपी कानून को लेकर है, इसके लिए किसान निश्चिंत होकर इस महापंचायत में शामिल हो। किसान नेता का आरोप है कि पुलिस ने किसानों को नोटिस जारी किए हैं।

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इसके साथ ही साउंड और टेंट वालों को थाने में बुलाकर धमकी दी गई कि अगर वे लोग सामान लेकर गए तो उन पर कार्रवाई की जाएगी और उनका सामान जब्त कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि हम किसी राजनीतिक पार्टी से नहीं हैं, इसलिए हमारे ऊपर आचार संहिता लागू नहीं होती है। यह मंडी किसानों की है और हमें अनुमति लेने की जरूरत नहीं हैं। 

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