विश्व की ऊंची चोटी पर चमका हिसार का नाम : माउंटेनियर नरेंद्र ने विश्व की 10वीं सबसे ऊंची चोटी अन्नपूर्णा पर लहराया तिरंगा

Narendra of Hisar hoisting the tricolour on Mount Annapurna peak in Nepal.
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हिसार के नरेंद्र नेपाल में माउंट अन्नपूर्णा चोटी पर तिरंगा फहराते हुए।
हिसार जिले के मिंगनी खेड़ा गांव के नरेंद्र कुमार ने विश्व की सबसे खतरनाक पर्वत श्रृंखलाओं में से एक माउंट अन्नपूर्णा (8091 मीटर) पर चढ़ाई कर तिरंगा फहराया।

विश्व की ऊंची चोटी पर चमका हिसार का नाम : हिसार जिले के मिंगनी खेड़ा गांव के नरेंद्र कुमार ने विश्व की सबसे खतरनाक पर्वत श्रृंखलाओं में से एक माउंट अन्नपूर्णा (8091 मीटर) पर चढ़ाई कर तिरंगा फहराया। यह पर्वत नेपाल में है और इसे पर्वतारोहण की दृष्टि से अत्यंत चुनौतीपूर्ण माना जाता है। यह विश्व के 10 सबसे ऊंचे पर्वतों में से एक है। नरेंद्र की इस उपलब्धि से जिले की नहीं पूरे भारत का नाम दुनिया में ऊंचा हुआ है।

मात्र 12 दिन में पार की पहाड़ की चुनौती

नरेंद्र ने इस साहसिक अभियान की शुरुआत 25 मार्च 2025 को भारत से की और मात्र 12 दिन में ही 7 अप्रैल को सुबह 10:30 बजे माउंट अन्नपूर्णा की चोटी पर तिरंगा लहराकर एक ऐतिहासिक कीर्तिमान स्थापित किया। यह पर्वत अत्यधिक ठंडा, तूफानों से घिरा और एवलांच-प्रवण क्षेत्र माना जाता है, जहां चढ़ाई करना जीवन को दांव पर लगाने जैसा होता है। इसके बावजूद नरेंद्र ने अपने अदम्य साहस और कठिन परिश्रम से यह सफलता प्राप्त की।

देश-दुनिया की कई चोटी कर चुके हैं फतेह

यह कोई पहली बार नहीं है जब नरेंद्र कुमार ने पर्वतारोहण में देश का नाम ऊंचा किया हो। इससे पहले उन्होंने 2022 में माउंट ल्होत्से (दुनिया की चौथी सबसे ऊंची चोटी) पर 16 मई को तिरंगा फहराया था। इसके अलावा, अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी माउंट किलिमंजारो पर मात्र 5 दिनों में दो बार चढ़कर एक वर्ल्ड रिकॉर्ड भी अपने नाम किया है। भारत में भी उन्होंने माउंट फ्रेंडशिप, माउंट बीसी रॉय और 15 अगस्त 2021 को हिमाचल प्रदेश स्थित माउंट यूनम पीक (6111 मीटर) पर 151 फीट लंबा तिरंगा फहराकर आजादी के 75वें वर्ष का अनूठा जश्न मनाया था।

2019 में मनाली से किया था माउंटेनियरिंग का बेसिक कोर्स

नरेंद्र ने माउंटेनियरिंग की शुरुआत 2019 में अटल बिहारी वाजपेयी इंस्टीट्यूट, मनाली से बेसिक कोर्स करके की और फिर 2021 में हिमालयन माउंटेनियरिंग इंस्टीट्यूट, दार्जिलिंग से एडवांस कोर्स पूरा किया। नरेंद्र कुमार के पिता सुभाष चंद्र एक्साइज एंड टैक्सेशन ऑफिसर के पद से रिटायर हुए हैं। उनकी मां गृहिणी हैं और दो बड़े भाई भी हैं। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा गांव लुदास के लॉर्ड शिवा हाई स्कूल से और बीटेक की पढ़ाई गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हिसार से की। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने नरेंद्र कुमार को बधाई देते हुए कहा कि उन्होंने माउंट अन्नपूर्णा पर तिरंगा फहराकर देश को गौरवान्वित किया है।

विश्व की 14 ऊंची चोटियों पर तिरंगा फहराने का लक्ष्य

नरेंद्र का अगला लक्ष्य विश्व की 14 सबसे ऊंची चोटियों पर तिरंगा फहराना है। वे युवाओं को माउंटेनियरिंग और एडवेंचर स्पोर्ट्स के लिए प्रोत्साहित करते हैं और उनमें करियर बनाने की प्रेरणा भरते हैं। नरेंद्र कुमार आज के युवाओं के लिए एक जीवंत प्रेरणा स्रोत बन चुके हैं।

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