Haryana flood: भारी बरसात की चेतावनी से चार जिलों में स्कूलों की छुट्टी घोषित

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अंबाला के उपायुक्त कार्यालय में ही भरा बरसात का पानी। 

हरियाणा में भारी बारिश की वजह से लगातार खतरा बढ़ता जा रहा है। अब चार जिलों में प्रशासन ने सभी स्कूलों की छुट्टियां घोषित कर दी हैं। बारिश का येलो व रेड अलर्ट जारी किया गया है।

Haryana flood : हरियाणा में लगातार हो रही भारी बारिश और पहाड़ी क्षेत्रों से आ रहे पानी ने हालात बिगाड़ दिए हैं। मौसम विभाग ने गुरुवार को भी कई इलाकों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। जलभराव और बाढ़ जैसे हालात देखते हुए प्रशासन ने हिसार, रोहतक, अंबाला और पंचकूला जिलों के सरकारी व निजी स्कूल अगले आदेश तक बंद रखने के आदेश जारी किए हैं।

दो दिन ऐसा रहेगा जिलों में मौसम

मौसम विभाग के अनुसार 4 सितम्बर को महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, गुरुग्राम, फरीदाबाद, मेवात और पलवल में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, पानीपत, सोनीपत, रोहतक, भिवानी, कैथल, जींद, पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र व करनाल में बारिश की संभावना है। चरखी दादरी, झज्जर, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, गुरुग्राम, फरीदाबाद, मेवात और पलवल में भी बारिश की पूरी संभावना है। अगले दिन 5 सितम्बर को भी महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, झज्जर, गुरुग्राम और फरीदाबाद में बारिश का येलो अलर्ट है। बाकी जिलों में भी कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। इसके अलावा पीछे से आ रहे पानी की वजह से नदियां भी उफान पर हैं।

हथिनीकुंड बैराज से छोड़ा जा रहा पानी

यमुनानगर स्थित हथिनीकुंड बैराज के गेट तीसरे दिन भी खुले हुए हैं। बुधवार शाम सात बजे तक बैराज से लगभग 1.78 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया। इस पानी के कारण यमुना और उसकी सहायक नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। कुरुक्षेत्र जिले में घग्गर और मारकंडा नदी बुधवार को उफान पर आ गईं।

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प्रशासन की अपील : धर्मशालाओं में लें शरण

अंबाला के उपायुक्त अजय सिंह तोमर ने नदियों के किनारे रह रहे लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन ने धर्मशालाओं में अस्थायी आश्रय स्थल बनाए हैं, जहां प्रभावित लोग शरण ले सकते हैं।

सिरसा में ग्रामीणों का धरना

सिरसा जिले के नाथूसरी चोपटा क्षेत्र में हिसार-घग्गर ड्रेन के ओवरफ्लो और रिसाव से परेशान ग्रामीण बुधवार शाम से धरने पर बैठ गए। उनका आरोप है कि सिंचाई विभाग पानी निकासी के लिए ठोस कदम नहीं उठा रहा है। केवल ट्रैक्टरों से पानी निकाला जा रहा है, जबकि पड़ी हुई बिजली मोटरें चालू नहीं की गईं। कांग्रेस की जिला प्रधान संतोष बैनीवाल भी धरने में शामिल हुईं और प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया।

फतेहाबाद में फिर से मंडराया खतरा

फतेहाबाद जिले के जाखल क्षेत्र में भी हालात बिगड़ते जा रहे हैं। 2023 में इसी इलाके में तटबंध टूटने से बाढ़ आ गई थी। अब मूनक-खनौरी तटबंधों में दरार आने से ग्रामीण दहशत में हैं। लोग चौकसी में जुटे हुए हैं, वहीं प्रशासनिक अधिकारी 24 घंटे निगरानी कर रहे हैं।

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