पहलगाम आतंकी हमला : अंबाला और हिसार में विरोध प्रदर्शन, मुसलमानों को नहीं लगाने दी रेहड़ी, ऑटो मार्केट बंद

Members of Hindu organisations gathered at Ambala Cantt.
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अंबाला कैंट में जमा हिंदू संगठनों के सदस्य।
अंबाला और हिसार में पहलगाम आतंकी हमले के विरोध में हिंदू संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया। अंबाला में मुस्लिमों को रेहड़ी लगाने से रोका, हिसार में बाजार बंद।

पहलगाम आतंकी हमला : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद हरियाणा के अंबाला और हिसार में विरोध की घटनाएं तेज हो गई हैं। स्थानीय हिंदू संगठनों के आक्रोश का सामना मुस्लिम समुदाय के खिलाफ हो रहा है। सोमवार को अंबाला कैंट में स्थित मंडे बाजार में हिंदू संगठनों के सदस्यों ने मुस्लिम समुदाय के रेहड़ी वालों को बाजार में आने से रोक दिया। इसके साथ ही हिसार में एशिया की सबसे बड़ी ऑटो मार्केट के व्यापारियों ने भी बाजार बंद कर आतंकी हमले के खिलाफ विरोध जताया।

अंबाला में मुस्लिम रेहड़ी वालों को रोकने की कोशिश

पहलाम में हुए आतंकी हमले के विरोध में अंबाला में गुस्साए हिंदू संगठनों ने सोमवार को अंबाला कैंट स्थित मंडे बाजार में विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने मुस्लिम समुदाय के रेहड़ी वालों को यहां व्यापार करने से रोक दिया। स्थानीय लोगों के मुताबिक, बाजार में बाहरी मुस्लिम समुदाय के लोगों को रेहड़ी लगाने की अनुमति नहीं दी गई। हिंदू परिषद के सदस्यों ने बाजार में जमकर नारेबाजी की। ‘जय श्री राम’, ‘हिंदुस्तान जिंदाबाद’ और ‘पाकिस्तान मुर्दाबाद’ के नारे गूंजे। इन प्रदर्शनकारियों ने रेहड़ी लगाने वाले मुस्लिम व्यापारियों से आधार कार्ड की जांच की और उन्हें बाजार से बाहर जाने को कहा।

हालांकि, इस विरोध के दौरान भारी पुलिस बल की तैनाती की गई थी और अंबाला कैंट थाना प्रभारी अजायब सिंह भी मौके पर मौजूद थे। पुलिस ने हिंदू परिषद के सदस्यों को समझाया कि इस मामले की नियमित निगरानी की जा रही है, और किसी भी प्रकार की कोई समस्या उत्पन्न नहीं होने दी जाएगी। पुलिस की समझाइश के बाद प्रदर्शनकारी शांत हो गए और वापस लौट गए। संदेश यह था कि आगामी दिनों में मंडे बाजार में मुस्लिम व्यापारियों का प्रवेश नहीं होगा। इस विरोध के बाद अंबाला कैंट में बाहरी मुस्लिम समुदाय के किसी भी रेहड़ी चालक को बाजार में नहीं देखा गया। पिछले सप्ताह से सहारनपुर और अन्य स्थानों से आने वाले मुस्लिम व्यापारी मंडे बाजार में नहीं आ रहे थे।

हिसार में बाजार बंद, व्यापारियों ने किया पैदल मार्च

वहीं, हिसार में भी पहलगाम आतंकी हमले के खिलाफ गुस्सा फूटा। हिसार के व्यापारियों ने एशिया की सबसे बड़ी ऑटो मार्केट में व्यापार बंद कर दिया और पैदल विरोध मार्च निकाला। व्यापारियों ने पाकिस्तान मुर्दाबाद और आतंकवाद मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए अपनी नाराजगी जताई।

व्यापारी संघ ने इस आतंकी हमले को कायराना हरकत बताया और सरकार से मांग की कि इस हमले के दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। उनका कहना था कि पाकिस्तान आतंकी गतिविधियों का पोषक देश है और वहां आतंकवाद का बीज लगातार पनप रहा है। उन्होंने भारत सरकार से यह भी मांग की कि आतंकवादियों और उनके आकाओं के खिलाफ कठोर कदम उठाए जाएं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो सके। व्यापारी संघ के सदस्यों ने कहा कि इस समय पूरा देश और विश्व उन परिवारों के साथ है जो इस हमले में शिकार हुए। उनका मानना था कि भारत सरकार को इस आतंकवाद के खिलाफ कड़ी प्रतिक्रिया देनी चाहिए।

मुस्लिम समुदाय के खिलाफ बढ़ते विरोध की चिंता

अंबाला और हिसार में मुस्लिम समुदाय के खिलाफ हो रहे इन विरोध प्रदर्शनों से स्थिति काफी तनावपूर्ण हो गई है। हालांकि, इन घटनाओं में पुलिस ने हस्तक्षेप किया और स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की है, लेकिन इस प्रकार के विरोध से समाज में विभाजन और सांप्रदायिक तनाव को बढ़ावा मिल सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस प्रकार के विरोध प्रदर्शन और मुस्लिम समुदाय के खिलाफ हो रहे आरोपों से सामाजिक तानाबाना कमजोर हो सकता है। ऐसे समय में जरूरी है कि सभी समुदाय आपस में शांति और सौहार्द के साथ रहें और हिंसा और विभाजन से बचें।

सुरक्षा स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही

अंबाला और हिसार के प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि सुरक्षा स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है और किसी भी प्रकार की अशांति फैलाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। पुलिस का कहना है कि सांप्रदायिक तनाव को बढ़ावा देने वाली कोई भी गतिविधि सख्ती से निपटी जाएगी और शांति बनाए रखने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।

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