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Corona JN.1 Variant: दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रशासन सतर्क है। एम्स में कोरोना मरीजों के लिए बेड आरक्षित किए थे, अब लेडी हार्डिंग अस्पताल में कुल 48 बेड कोरोना मरीजों के लिए रिजर्व किए गए हैं। आइये जानते हैं कि दिल्ली नए वेरिएंट से लड़ने के लिए कितना तैयार...

Corona JN.1 Variant: राजधानी दिल्ली में बुधवार को कोरोना के नए वेरिएंट जेएन. 1 से संक्रमित एक मरीज और ओमिक्रोन वेरिएंट से संक्रमित दो मरीजों के मिलने से हड़कंप मचा है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो अभी तक कोरोना के 35 नए मामले सामने आए थे, लेकिन इन तीन मरीजों के मिलने से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा है। एक तरफ जहां सरकारी अस्पतालों में बेड की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए जा चुके हैं, वहीं कोरोना प्रबंधन नियमों का पालन करने के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है। 

लेडी हार्डिंग अस्पताल में रिजर्व करें गए बेड 

एम्स के बाद अब लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में भी कोरोना रिजर्व बेड की संख्या बढ़ा दी गई है। यहां कुल 48 बेड रिजर्व किए हैं। इसमें लेडी हार्डिंग अस्पताल की नई बिल्डिंग में 6 आईसीयू बेड और 20 बेड वाला एक वार्ड भी रिजर्व कर दिया गया है। सरन चिल्ड्रन अस्पताल में बच्चों के लिए 12 बेड भी रिजर्व किए गए हैं। बता दें कि बीते कुछ दिनों पहले ही अस्पताल के निदेशक ने सभी समूह के साथ बैठक की थी और कोरोना से संबंधित सभी व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ली थी। इससे पहले 23 दिसंबर को अस्पताल में मॉक ड्रिल की गई थी। सभी अस्पतालों में बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य कर्मियों के लिए मास्क पहनना जरूरी किया गया है। 

कोरोना का नया वेरिएट दक्षिणी राज्यों में ज्यादा फैल रहा 

कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज का कहना है कि कोरोना से किसी को भी डरने की जरूरत नहीं है। कोरोना के नए वेरिएंट के लक्षण काफी हल्के है। उन्होंने आगे बताया कि जेएन.1 ओमिक्रॉन का ही एक सब वेरिएंट है और यह एक हल्का लक्षण है। यह वेरिएंट दक्षिण के राज्यों में ज्यादा फैल रहा है। इससे घबराने की जरूरत नहीं है। यह छोटी बीमारी का कारण बनता है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने कोरोना से लड़ने के लिए पूरी तैयारी कर रखी है। 

कोरोना के नए वेरिएंट जेएन.1 के लक्षण

-नाक बहना

-खांसी होना 

-सिर में दर्द होना 

-कमजोरी और शरीर में थकान महसूस होना 

-मांसपेशियों में दर्द 

-गले में खराश 

-एंग्जाइटी की समस्या 

-नींद न आने की समस्या 

कोरोना से ठीक होने के बाद भी शरीर में रहते है ये लक्षण 

हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें, तो कोरोना से संक्रमित होने के बाद भी इंसान के शरीर में कुछ लक्षण बने रहते हैं, जिनमें थकान, सिरदर्द और सांस फूलना आदि की समस्या बनी रहती है। ये लक्षण शरीर में ठीक होने के कम से कम 6 हफ्ते तक रह सकते हैं। स्टडी में ऐसे लक्षणों की पहचान की गई है, जो कोरोना से ठीक होने के बाद भी लोगों को नजर आते हैं। 

-थकान 

-ब्रेन फॉग 

-चक्कर आना 

-पेट की समस्या होना 

-घबराहट होना 

-स्वाद में कमी होना 

-चिड़चिड़ापन होना 

-ज्यादा प्यास लगना 

-छाती में दर्द होना 

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