शराब घोटाले की जांच तेज: निगरानी के लिए अपनाया गया ये सिस्टम, ये कमेटियां करेंगी जांच

Liquor Scam: पूर्व सरकार में किए गए शराब घोटाले को लेकर जांच की रफ्तार तेज हो गई है। शराब घोटाले को लेकर सबसे पहले एक्शन टेकन रिपोर्ट तैयार की जाएगी और 30 अप्रैल तक एक्शन टेकन रिपोर्ट कैग को सौंपी जाएगी। इस रिपोर्ट में बताया जाएगा कि शराब घोटाले से जुड़ी सिफारिशों पूर्व सरकार और संबंधित विभागों ने क्या कदम उठाए। इस प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने और 30 अप्रैल तक पूरा करने के लिए ऑडियो-पैरा मॉनिटरिंग सिस्टम की मदद ली जाएगी। इससे टेक्नोलॉजी रिपोर्टिंग की प्रक्रिया तेज होगी और जांच प्रक्रिया पर निगरानी भी रखेगी।
विजेंद्र गुप्ता की अध्यक्षता में समितियों की बैठक
शुक्रवार को दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता की अध्यक्षता में समितियों की बैठक की गई। इस बैठक में डिप्टी स्पीकर मोहन सिंह बिष्ट, पब्लिक अकाउंट्स कमेटी (PAC) के अध्यक्ष अजय महावर समेत तमाम अधिकारी मौजूद रहे। इस बैठक में अब तक पेश हो चुकी कैग रिपोर्ट की जांच की रूपरेखा तय की गई।
ये भी पढ़ें: दिल्ली एम्स में रेफरल पोर्टल लॉन्च: आसानी से रेफर किए जा सकेंगे मरीज, ये सुविधाएं भी मिलेंगी
डिजिटली रिकॉर्ड होगी जांच
विजेंद्र गुप्ता ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि ऑडियो-पैरा मॉनिटरिंग सिस्टम (APMS) के जरिये अफसरों की रिपोर्टिंग, बैठक के रिकॉर्ड और डेटा ट्रैकिंग को सीधे तौर पर मॉनिटर किया जा रहा है। इस सिस्टम के आने कोई भी जानकारी छिपाना मुश्किल होगा और पूरी प्रक्रिया पर निगरानी रखी जा सकेगी क्योंकि ये डिजिटली रिकॉर्ड होगी।
एक्शन टेकन रिपोर्ट के बाद जांच करेगी सीएजी
विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि विधानसभा में सबसे पहले शराब घोटाले से जुड़ी सीएजी रिपोर्ट पेश की गई थी। पहले दिन से ही शराब घोटाले का मामला चर्चा में रहा है। इस घोटाले में आबकारी नीति की गड़बड़ियों और वित्तीय अनियमितताओं पर सवाल उठाए गए थे। इसके कारण ही इस मामले पर सबसे पहले एक्शन टेकन रिपोर्ट (ATR) सामने आएगी। इसके बाद ये एटीआर रिपोर्ट कैग को सौंपी जाएगी। मई में कैग शराब घोटाले की एटीआर पर अपनी विस्तृत राय देगा।
मानसून सत्र में पेश होगी रिपोर्ट
इसके बाद पब्लिक अकाउंट कमेटी द्वारा कैग रिपोर्ट का अध्ययन किया जाएगा और मानसून सत्र में एक साथ पूरी रिपोर्ट विधानसभा में पेश की जाएगी। पीएसी रिपोर्ट के बाद ये तय होगा कि इस घोटाले के लिए कौन-कौन जिम्मेदार है और भविष्य में ऐसे घोटालों को रोकने के लिए क्या कदम उठाने चाहिए?
ये भी पढ़ें: ओखला का वेस्ट वाटर ट्रीटमेंट प्लांट चालू: दिल्ली जल बोर्ड ने किया तैयार, 40 लाख लोगों को होगा फायदा
- होम
- क्रिकेट
- ई-पेपर
- वेब स्टोरीज
- मेन्यू
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS