Farmers Protest: किसान आंदोलन से दिल्ली-चंडीगढ़ की राह मुश्किल, प्रीमियम ट्रेनों में भी तेजी से भर रही सीटें, हवाई किराया 5 गुना बढ़ा

Farmers Protest impact on trains and buses
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किसान आंदोलन के चलते यात्रियों को आ रही परेशानी।
Farmers Protest Updates: किसान आंदोलन का असर परिवहन सेवाओं पर पड़ रहा है। केवल सड़क मार्ग ही नहीं बल्कि रेलमार्ग और हवाई मार्ग से भी सफर करना मुश्किल होने लगा है।

Farmers Protest Updates: किसान आंदोलन का असर आम लोगों की जिंदगी पर पड़ने लगा है। दिल्ली से चंडीगढ़ जाने वाले लोगों को सड़क मार्ग के लिए लंबा चक्कर काटना पड़ रहा है, वहीं ट्रेनों में भी तेजी से सीटें भरनी शुरू हो चुकी है। आलम यह है कि अगर हवाई जहाज से चंडीगढ़ और दिल्ली के बीच सफर करना है तो पांच गुना अधिक किराया चुकाना पड़ सकता है। अगर आप भी आने वाले दिनों में दिल्ली से चंडीगढ़ या चंडीगढ़ से दिल्ली जाने का प्लान बना रहे हैं, तो तत्काल अपनी सीट बुक कराना आपके लिए सही रहेगा।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, चंडीगढ़ से दिल्ली के लिए कुल नौ फ्लाइट्स चलती थी, लेकिन किसानों के प्रदर्शन के आह्वान के बाद फ्लाइट्स की संख्या 14 तक बढ़ा दी गई है। पहले जहां किराया 3 हजार रुपये के आसपास रहता था, वहीं सीटें कम होने की वजह से किराया 10 से 15 हजार के बीच पहुंच गया है। यही नहीं, दिल्ली से चंडीगढ़ के बीच चलने वाली ट्रेनों में भी सीटें तेजी से बढ़ रही हैं।

तेजी से ट्रेनों में भर रही सीटें

शताब्दी और वंदे भारत जैसी ट्रेनों में दिल्ली से चंडीगढ़ का किराया 800 से 1000 के बीच है। वंदे भारत एक्सप्रेस, शताब्दी और जनशताब्दी ट्रेन में एक दिन बाद भी आसानी से सीट मिल जाती थी, जबकि बाकी की ट्रेनों में आरक्षित सीट पाना बेहद मुश्किल था। आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर नजर डालें तो वंदे भारत एक्सप्रेस और शताब्दी ट्रेन में भी सीटें तेजी से फुल हो रही हैं। दिल्ली से वाया चंडीगढ़ होते हुए कालका जाने वाली कालका शताब्दी में शनिवार तक सीसी कोच में एक भी सीट उपलब्ध नहीं है। वहीं, ईसी कोच की बात करें तो 19 फरवरी तक लंबी वेटिंग चल रही है।

दिल्ली और चंडीगढ़ के बीच बस का सफर बेहद मुश्किल भरा

दिल्ली से चंडीगढ़ के बीच सड़क मार्ग पर सफर करना लोगों के लिए मुश्किल भरा हो गया है। दिल्ली के आईएसबीटी से बाहर निकलते ही लंबे जाम का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, सिंधु बॉर्डर से पहले ही बस को डायर्वट मार्ग से निकाला जा रहा है। वहीं, चंडीगढ़ से अंबाला की बजाय चंडीगढ़ को पंचकूला-बरवाला से साहा, बरारा, लाडवा, पिपली, कुरुक्षेत्र और पंचकूला से बरवाला, यमुनानगर, लाड़वा, इंद्री और करनाल से दिल्ली के लिए रूट डायर्वट किया गया है। ऐसे में अगर आपको आने वाले समय में चंडीगढ़ से दिल्ली या दिल्ली से चंडीगढ़ जाना है, तो समय रहते ही टिकट बुक करा लें अन्यथा आपको भारी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।

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