Delhi New CM: दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी की शानदार जीत के बाद ना सिर्फ दिल्ली की करोड़ों जनता को, बल्कि विपक्ष से लेकर सत्तारूढ़ पार्टी के नेताओं को भी इस बात का इंतजार है कि दिल्ली का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा। इस रेस में बीजेपी के कई नेता शामिल हैं, जिनको लेकर दावा किया जा रहा है कि वह अगले सीएम हो सकते हैं, लेकिन अभी तक आधिकारिक रूप से किसी के नाम का ऐलान नहीं हुआ है। इसको लेकर दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने बीजेपी पर तंज कसा है।
दिल्ली में दोहरा रहा 1993 का इतिहास
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस चुनाव में भी पिछले 2 चुनावों की तरह कांग्रेस एक भी सीट हासिल नहीं कर सकी। बावजूद इसके आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति में कांग्रेस पीछे नहीं रहना चाह रही है। देवेंद्र यादव ने मीडिया से बात करते हुए जनता को 1993 का इतिहास याद दिलाया है। उन्होंने कहा कि चुनाव जीतने के एक सप्ताह बाद भी बीजेपी नया सीएम नहीं चुन सकी है। यह दिखा है कि बीजेपी में आपसी फूट है। 1993 में भी बीजेपी कार्यकाल में यही हुआ था, भाजपा ने एक कार्यकाल में 3 सीएम बदल दिए थे।
'कभी एकमत पर नहीं टिकी भाजपा'
कांग्रेस नेता ने कहा कि भाजपा एक विचारहीन पार्टी है, जिसके नेता कभी भी एकमत पर नहीं टिकते हैं। दूसरी ओर हमारी कांग्रेस पार्टी है, जो लगातार 3 कार्यकाल तक एक ही सीएम के साथ सरकार चलाई थी। इस बार दिल्ली की जनता ने भाजपा को बहुमत दिया है, तो क्या बीजेपी जनता की समस्याओं का समाधान करने के लिए तैयार है। भाजपा की केंद्र सरकार ने जनता से कई ऐसे वादे किए, जो पूरे नहीं हुए। चाहे काला धन वापस लाने का मुद्दा हो, 15 लाख खाते में आने का, हर साल 2 करोड़ नौकरियां देने का, या फिर मंहगाई पर नियंत्रण पाने का मुद्दा हो। भाजपा हर जगह विफल रही है।
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