Pakistan Spy: मासूम भारतीयों को बना दिया पाकिस्तानी जासूस? ISI ने रचा ऐसा चक्रव्यूह

दिल्ली पुलिस ने राजस्थान से पाकिस्तानी जासूस को अरेस्ट किया (प्रतीकात्मक तस्वीर)
पाकिस्तान ने 'हनीट्रैप' फॉर्मूले के बाद यूट्यूबर्स को साधने का प्रयास शुरू कर दिया। लेकिन, ज्योति मल्होत्रा की गिरफ्तारी के बाद उसकी यह चाल भी बेनाक हो चुकी है। अब आप सोच रहे होंगे कि पाकिस्तान अगली चाल क्या खेलेगा? तो बता दें कि यह नापाक देश ने भारत के खिलाफ एक नहीं बल्कि कई चक्रव्यूह रचे होंगे। इनमें से एक चक्रव्यूह की पोल भी खुल चुकी है, जिसमें भोले-भाले भारतीयों के भी फंसने की आशंका जताई जा रही है।
दरअसल, दिल्ली पुलिस ने राजस्थान के डींग से 34 वर्षीय पाकिस्तानी जासूस कासिम को अरेस्ट किया। पूछताछ में पता चला कि वो अगस्त 2024 और मार्च 2025 में दो बार पाकिस्तान गया। करीब 90 दिनों तक पाकिस्तान में रहकर उसने जासूस की ट्रेनिंग ली। एक अधिकारी ने बताया कि कासिम भारतीय मोबाइल सिम लेकर पाकिस्तान पहुंचता ताकि भारत विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने वालों को सौंप सके।
कासिम जब अगस्त 2024 में पाकिस्तान गया था, तब भी उसने आईएसआई अधिकारियों से मुलाकात की थी। साथ ही, भारतीय मोबाइल सिम उपलब्ध कराई थी। सितंबर 2024 में स्पेशल सेल को सूचना मिली थी कि पाकिस्तान से भारतीय नंबरों के माध्यम से भारतीय सेना और सरकारी प्रतिष्ठानों से संबंधित संवदेनशली जानकारी इकट्ठा की जा रही है।
इस पर तुरंत खुफिया एजेंसी ने मामले की जांच शुरू की। अब पुलिस ने कासिम को पाकिस्तानी खुफिया गुर्गों को भारतीय मोबाइल सिम उपलब्ध कराने के आरोप में गिरफ्तार किया है। कासिम की गिरफ्तारी से पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI का नया चक्रव्यूह सामने आ गया है। आगे जानिये कैसे...
निर्दोष लोगों को फंसाने की चाल
कासिम ने अभी तक की पूछताछ में जो खुलासा किया है, उससे साबित हो रहा है कि पाकिस्तान भारत के निर्दोष लोगों को फंसाने की साजिश रच रहा है। यही वजह थी कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ने कासिम से भारतीयों की मोबाइल सिम उपलब्ध कराने को कहा था ताकि उसकी मदद से भारत विरोधी गतिविधियों को अंजाम दे सके। अब सवाल उठता है कि कासिम ने यह मोबाइल सिम स्वयं खरीदी या भोले भाले लोगों को किसी प्रकार का लालच देकर इन्हें हासिल किया। अगर भोले भाले लोगों से लिया है, तो उनका भी परेशान होना तय है।
ISI जासूस कासिम के अहम खुलासे
कासिम के भाई पर भी पाकिस्तानी जासूस होने का आरोप है, जो कि फरार चल रहा है। पूछताछ में कासिम ने बताया कि उसके रिश्तेदार पाकिस्तान में रहते हैं। वो उनसे मिलने पाकिस्तान गया, जहां वो आईएसआई अधिकारियों के कॉन्टैक्ट में आ गया। आईएसआई ने कासिम को कहा कि तुम्हारा भाई हमारे लिए काम करता है, तुम भी हमारे लिए काम करो। तुम मौलवी हो और लोग तुम्हारी बातों पर आसानी से भरोसा करेंगे।
इसके बाद कासिम को भारत के खिलाफ लोगों को भड़काने और गोपनीय सूचनाएं भेजने के लिए बाकायदा जासूस की ट्रेनिंग दी। साथ ही, इंडियन आर्मी के संपर्क में आने और सावधानी बरतने की टिप्स दी। पहलगाम आतंकी हमले के करीब एक सप्ताह पहले ही भारत आया था। पहलगाम आतंकी हमले के बाद वो घबरा गया और अपने फोन का सारा डेटा डिलीट कर दिया। पुलिस सूत्रों ने बताया कि फोन को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा है। एक टीम कासिम के गांव डींग पहुंची है, जहां उसके परिजनों, रिश्तेदारों और दोस्तों से पूछताछ की जा रही है।
