वीर बाल दिवस : खेल मंत्री वर्मा हुए शामिल, छोटे साहिबजादों के बलिदान को किया गया नमन

veer bal diwas
X
वीर बाल दिवस कार्यक्रम में शामिल हुए खेल मंत्री टंक राम वर्मा
बलौदा बाजार में वीर बाल दिवस के मौके पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मंत्री टंकराम वर्मा कार्यक्रम में शामिल होकर छोटे साहिबजादों के बलिदान को नमन किया।

कुश अग्रवाल- बलौदा बाजार। छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले में वीर बाल दिवस के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर राज्य के खेल मंत्री टंकराम वर्मा भी शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने गुरु गोबिंद सिंह जी के चार पुत्रों के अद्वितीय बलिदान को याद कर उन्हें नमन किया। साथ वर्मा ने संबोधित करते हुए कहा कि, यह दिन न केवल सिख समुदाय के लिए बल्कि पूरे देश के लिए एक महत्वपूर्ण दिवस है, जो हमें धर्म, मानवता और सत्य की रक्षा के लिए समर्पित रहने की प्रेरणा देता है।

veer bal diwas
छोटे साहिबजादों को किया गया नमन

दरअसल, वीर बाल दिवस के अवसर पर चक्रपाणि शुक्ला हाई स्कूल मैदान में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर संबोधित करते हुए मंत्री टंक राम वर्मा ने कहा कि, यह दिन गुरु गोबिंद सिंह जी के छोटे साहिबजादों के बलिदान की अमर गाथा को स्मरण करने और नई पीढ़ी को उनके साहस और धर्मनिष्ठा से प्रेरित करने का अवसर है। साहिबजादा जोरावर सिंह, जिनकी उम्र मात्र 9 वर्ष थी, और साहिबजादा फतेह सिंह, जिनकी उम्र मात्र 6 वर्ष थी। वर्मा ने कहा कि, अत्याचार और अधर्म के आगे झुकने से इनकार कर अपने प्राण न्योछावर कर दिए। उनका बलिदान आने वाली पीढ़ियों के लिए एक प्रेरणा स्रोत बना रहेगा।

इसे भी पढ़ें....जन्म- तप कल्याणक दिवस : भगवान पार्श्वनाथ और चंद्रप्रभु का प्रासुक जल से जलाभिषेक कर किया गया मंत्रोच्चार

क्यों मनाया जाता है वीर बाल दिवस

26 दिसंबर को हर साल वीर बाल दिवस के रूप में मनाया जाना, सिखों के दसवें गुरु, गुरु गोबिंद सिंह जी के चार पुत्रों के अद्वितीय बलिदान और साहस को सम्मानित करने का प्रतीक है। यह दिन विशेष रूप से उनके छोटे पुत्रों, साहिबजादा जोरावर सिंह और साहिबजादा फतेह सिंह, की शहादत को समर्पित है, जिन्होंने धर्म और मानवता की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी।

WhatsApp Button व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें WhatsApp Logo
Next Story