जेंजरा गांव में आंसुओं का सैलाब : एक साथ तीन बेटों की उठी अर्थी, खूनी रफ्तार कार ने बुझा दिए तीन परिवारों के चिराग 

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एक साथ तीनों की चिता को दी गई मुखाग्नि
एक खूनी रफ्तार चालक की करतूत से सोमवार की रात समूचे राजिम इलाके में सन्नाटा पसर गया। जेंजरा गांव के तीन युवकों की जान एक झटके में चली गई।

श्यामकिशोर शर्मा- राजिम। राजिम थाना क्षेत्र के जेंजरा गांव में मंगलवार को मातम छाया रहा। पूरा गांव शोक में डूबा हुआ था। यहां के तीन युवकों की अर्थी शमशानघाट के लिए एक साथ निकली। अर्थी के पीछे-पीछे आंसू बहाते पूरा गांव चलता रहा। इस हृदय विदारक घटना में बाप को अपने लाडले बेटे की अर्थी को कंधा देना पड़ा। तीनों युवकों में, दो तो अपने बाप के इकलौते बेटे थे। जबकि एक के दो बेटे में से छोटे बेटे की जान चली गई।

मंगलवार को जेंजरा का मुक्तिधाम आंसुओ की सैलाब से भरा रहा। हर किसी के मुंह से एक ही आवाज निकल रही थी कि, आज जेंजरा के ऊपर गाज गिरी है।

राजिम से गांव लौटते वक्त हुआ हादसा

मिली जानकारी के मुताबिक, गांव के झंगुराम साहू के बेटे नोमचंद साहू उम्र 20 वर्ष, कोमल राम साहू के बेटे शीतल साहू उम्र 15 वर्ष और तुलश राम साहू के बेटे घनश्याम साहू उम्र 15 वर्ष, तीनों एक ही बाइक पर सवार होकर सोमवार की शाम किसी काम से राजिम आए थे। तीनो युवक राजिम से अपने घर जाने के लिए 6:30 बजे निकले। कोई 10 किमी. दूरी तय कर श्यामनगर से आगे बढ़ रहे थे कि, तभी गरियाबंद की ओर से बहुत ही तेज रफ्तार में मारूति सुजुकी कार आ रही थी। इस कार की स्पीड इतनी अधिक रही है कि, बाइक सवार तीनों युवकों को अपनी चपेट में ले लिया। ये युवक किसी फुटबाल की तरह उछलकर सड़क पर गिरे।

The deceased are Ghanshyam Sahu, Shital Sahu and Nomchand Sahu
मृतक घनश्याम साहू, शीतल साहू और नोमचंद साहू

एक की मौके पर ही हो गई मौत

इस दर्दनाक हादसे में नोमचंद की मौत मौके पर ही हो गई, जबकि शीतल साहू की मौत राजिम के सरकारी अस्पताल पहुंचने के बाद हुई और घनश्याम साहू की मौत नवापारा के आयुष्मान हॉस्पिटल में। इस घटना की खबर देखते ही देखते जंगल में आग की तरह फैल गई। सूचना पाकर मौके पर तत्काल जेंजरा के सोसायटी अध्यक्ष महेश साहू पहुंचे। उन्होंने घायल युवकों को अस्पताल भिजवाने में मदद की।

मौके से भाग निकला खूनी कार का चालक

बता दें कि, इस घटना के बाद कार सवार वहां से भाग निकला। बताया गया कि, कार माना गांव की है, जो गरियाबंद से आ रही थी। राजिम पुलिस मौके पर पहुंचकर इस कार क्रमांक सीजी 04 एलजे 1139 को जप्त कर राजिम थाना ले आई है, जबकि मौके पर बुरी तरह से क्षतिग्रस्त बाइक को थाना लाया गया है।

Injured and eyewitness Chandrahas Kanwar
घायल और चश्मदीद गवाह चंद्रहास कंवर

चश्मदीद गवाह ने हरिभूमि को बताई पूरी कहानी

इस घटना को अपनी आंखों से जेंजरा गांव के ही चंद्रहास कंवर उम्र 32 वर्ष ने देखा। हरिभूमि से चर्चा करते हुए इस युवक ने बताया कि, वह अपने बड़े भैया पुरूषोत्तम कंवर उम्र 50 वर्ष के साथ राजिम से अपने गांव जा रहे थे। वे युवको के पीछे-पीछे चल रहे थे और सामने हादसा होते हुए अपने आंखों से देखा। गाड़ी पुरूषोत्तम चला रहा था और पीछे वे बैठे थे। ये दोनो भी स्पॉट में ही जाकर दुर्घटनाग्रस्त हो गए जिसमें पुरूषोत्तम के पैरो में गंभीर चोटें आई हैं जिसे रायपुर के मेडिशाइन हास्पिटल में भर्ती कराया गया है, जहां इलाज जारी है। खास बात इसमें यह दिखी है कि, एक बाइक नोमचंद का हो गया, दूसरा बाइक पुरूषोत्तम का और तीसरी बाइक भी उसी घटना स्थल से पुलिस ने जप्त की है, वह बाइक किसकी है यह पता नही चल पाया है। बहरहाल राजिम पुलिस के एसआई श्री नाग, एएसआई जीवन साहू इस पूरे मामले की विवेचना में लगे हुए हैं।

रातभर मृतकों के परिजनों के साथ रुके विधायक साहू, पीएम कराकर गांव पहुंचे

राजिम विधायक रोहित साहू को इस घटना की जैसे ही खबर मिली वे उस वक्त रायपुर में थे, वे तुरंत घायल पुरूषोत्तम को देखने मेडीसाइन हॉस्पिटल पहुंचे। डॉक्टरों से बात की और राजिम के लिए रवाना हुए। यहां चीरघर में तीनों मृत युवाओं के शव रखे गए थे। परिवार के लोगों को उन्होने ढांढस बंधाते हुए रात बिताया और सुबह पीएम कराके तीनो के शव को जेंजरा गांव के लिए रवाना कर पीछे-पीछे जेंजरा पहुंचे। विधायक की सहृदयता की चर्चा आज समूचे क्षेत्र में होती रही।

bloody car that took the lives of three young men
खूनी कार जिसने तीन युवकों की ले ली जान

सरकारी मदद के अलावा विधायक ने भी की आर्थिक सहायता

तीनों दुखी परिवार को शासन की ओर से 25-25 हजार रूपए की सहायता राशि अंतिम संस्कार के लिए तहसीलदार के माध्यम से दिया गया। वहींं विधायक श्री साहू ने अपनी ओर से तीनो परिवार को तात्कालिक रूप से 10-10 हजार रुपए नगद प्रदान किया। मालूम हो कि जेंजरा मुक्तिधाम में आस-पास के गांव से भी लोग पहुंचे हुए थे। सभी इस बात को प्रमुखता से आपस में चर्चा करते हुए बोल रहे थे कि लोग जैसे पाए वैसे हाई स्पीड में गाड़ी चला रहे हैं। आए दिन दुर्घटना हो रही है। जेंजरा के तीनो युवकों की इस दुर्घटना में जान गई है वह भी इसी का परिणाम है, कार चालक की घोर लापरवाही और हाई स्पीड ने युवाओं की जान ले ली।

क्षेत्र के जनप्रतिनिधि पहुंचे ढांढस बंधाने

दुखी तीनों परिवार को ढांढस बंधाने के लिए राजिम विधायक रोहित साहू, जिला पंचायत के पूर्व सदस्य चंद्रशेखर साहू, जिला पंचायत सदस्य नंदनी साहू के प्रतिनिधि ओंकार साहू, जनपद अध्यक्ष इंद्राणी साहू के प्रतिनिधि नेहरू साहू, जेंजरा सोसायटी अध्यक्ष महेश साहू, कौंदकेरा सोसायटी अध्यक्ष बाबूलाल साहू, गांव के सरपंच बोधन यादव, उप सरपंच प्रमोद साहू सहित हरिभूमि की टीम जेंजरा पहुंची हुई थी। मुक्तिधाम में तीनों की चिता को एक-एक कर रखा गया और मुखाग्नि दी गई। इधर तीनों के परिवार की माताओं, बहनों का रो-रोकर बुरा हाल था। उन्हें क्या मालूम था कि, इतने कम उम्र में उनके बेटे उन्हें रोता बिलखता छोड़कर चला जाएगा।

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