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हीरा सिंह मरकाम ( गुरुजी ) ने वैसे पार्टी बनाई तो भाजपा से अलग होकर थी, लेकिन अब उनकी पार्टी चुनौती साबित हो रही है कांग्रेस के लिए।

रायपुर। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी (गोंगपा) लोकसभा चुनाव छत्तीसगढ़ में अकेले लड़ने के लिए तैयार है। पार्टी ने फिलहाल सात सीटों से नाम तय कर लिए हैं। खास बात ये है कि विधानसभा चुनाव 2023 में गोंगपा ने बसपा के साथ गठबंधन किया था। आदिवासी नेता दादा हीरा सिंह मरकाम की बनाई गोंगपा छत्तीसगढ़ के अलावा एमपी में भी चुनाव मैदान पर है। वहां पार्टी ने दस प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं।

सीधे मुकाबले का गढ़ 

छत्तीसगढ़ की राजनीति हमेशा से दो ध्रुवीय रही है। यहां मुख्य रूप से कांग्रेस और भाजपा के बीच चुनावी मुकाबले होते रहे हैं। आमतौर पर देखा जाए तो यहां किसी तीसरे दल और छोटे दल भी अपने लिए कोई स्थान बना पाने में सफल नहीं हो पाए हैं। यह स्थिति 2023 में हुए विधानसभा चुनाव और उससे पहले हुए विधानसभा एवं लोकसभा के चुनाव में देखने को मिलती रही है। पिछले विधानसभा चुनाव में गोंगपा पाली तानाखार विधानसभा सीट जीतने में सफल रही। इस बार के लोकसभा चुनाव में उसकी मौजूदगी की बड़ी वजह पिछली सफलता ही है।

इन सीटों पर प्रत्याशी तय 

गोंगपा प्रमुख एवं विधायक तुलेश्वर सिंह मरकार ने हरिभूमि से चर्चा में कहा है कि उनकी पार्टी लोकसभा चुनाव में अकेले ही मैदान पर उतरने जा रही है। उन्होंने बताया कि फिलहाल सात सीटों पर प्रत्याशी तय हो गए हैं। इनके नामों की घोषणा जल्द की जाएगी। जिन सीटों पर गोंगपा के प्रत्याशी जल्द घोषित होने वाले हैं, उनमें कोरबा, सरगुजा, रायगढ़, महासमुंद, रायपुर, कांकेर और राजनांदगांव सीट शामिल है।

आदिवासी मतदाताओं में है पकड़

जहां तक गोंगपा का सवाल है. छत्तीसगढ़ की राजनीति में माना जाता है कि आदिवासी समुदाय के मतदाताओं में पार्टी का प्रभाव है। यही वजह है कि पार्टी ने पिछले विधानसभा चुनाव में एक सीट जीतकर अपनी ताकत दिखाई है। इस बार लोकसभा चुनाव में पार्टी जिन सीटों पर लड़ने जा रही है, उनमें बस्तर, कांकेर, सरगुजा और रायगढ़ सीट एसटी के लिएआरक्षित सीटें हैं। इसके अलावा कोरबा, और राजनांदगांव सीटों पर भी एसटी मतदाताओं की संख्या प्रभावी है। यही वजह है कि पार्टी इन सीटों पर जोर आजमाना चाहती है। गोंगपा के मैदान पर उतरने से माना जा रहा है कि कोरबा सीट पर कांग्रेस के लिए कुछ चुनौती सामने आ सकती है। वजह ये कि पाली तानाखार सीट कोरबा लोकसभा में है और विधानसभा में वहां पार्टी जीती थी।

तुलेश्वर नहीं लड़ेंगे चुनाव

गोंगपा के छत्तीसगढ़ प्रमुख तुलेश्वर सिंह मरकाम लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी नहीं होंगे। पार्टी की राज्य इकाई ने उनका नाम कोरबा सीट के लिए प्रस्तावित किया था। तुलेश्वर सिंह ने प्रस्ताव आने के बाद साफ किया कि उन्हें विधायक के रूप में पांच साल काम करने का जनादेश मिला है, इसलिए वे पांच साल विधानसभा सीट के लिए काम करते रहेंगे।

 

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