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Exclusive : प्रदेश के डिप्टी सीएम अरुण साव से हरिभूमि और आईएनएच के प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी ने 'सार्थक संवाद' शो में ख़ास बातचीत । यहां देखें वीडियो

रायपुर। प्रदेश के डिप्टी सीएम अरुण साव का कहना है, प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद जिस तरह से हमारी सरकार ने बहुत ही कम समय में मोदी की गारंटी को पूरा करने का काम किया है, उससे भरोसा है कि इस लोकसभा चुनाव में जनता प्रदेश की सभी 11 की 11 सीटें भाजपा की झोली में डालने का काम करेगी। जनता कांग्रेस का खाता भी खुलने नहीं देगी। प्रस्तुत है हरिभूमि और आईएनएच के प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी से चुनावी संवाद में हुई उनकी बातचीत - 

क्या देख रहे हैं इस लोकसभा चुनाव में ?

ये लोकसभा का चुनाव नरेंद्र मोदी को तीसरी बार देश का प्रधानमंत्री बनाने के लिए विकसित भारत के निर्माण का यह चुनाव है। पिछले दस सालों में नरेंद्र मोदी ने आम लोगों के जीवन में परिवर्तन लाने का काम किया है। लोगों की जरूरत को पूरा करने का काम किया है। काम । लोगों को लगता है सपनों का भारत कैसा होना चाहिए, उस दिशा में देश बढ़ रहा है। हर वर्ग के लिए श्री मोदी ने योजनाएं बनाकर काम किया। आज आम आदमी भी चाहता है कि नरेंद्र मोदी फिर से देश के प्रधानमंत्री बनें। 2047 के विकसित भारत के निर्माण को गति प्रदान करें।

जिन पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हैं, उन कांग्रेसियों को भाजपा में क्यों लिया जा रहा है?

क्या ऐसा कोई उदाहरण है जिसमें कोई भ्रष्टाचारी भाजपा में आया हो मदद पाने के लिए या उनको भ्रष्टाचार के मामले में भाजपा ने मदद की है, ऐसा नहीं है। जो भाजपा में आ रहे हैं, उसके पीछे कारण यह है कि कांग्रेस में आज नेतृत्व नहीं है, कांग्रेस से उनके नेताओं का मोह भंग हो गया है, उनको समझ आ गया है कि इस पार्टी में अब करने लायक कुछ नहीं है। आज मल्लिकार्जुन खड़गे राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं, लेकिन यात्रा किनके नेतृत्व में निकल रही है, राहुल गांधी के। क्या हैं राहुल गांधी। इनके पास न नेतृत्व है, न नीयत है न काम है। इसकी वजह से कांग्रेस के लोग पार्टी छोड़कर भाजपा में आ रहे हैं।

ईवीएम मशीन को लेकर कहते हैं, उसके कारण भाजपा जीतती है?

झूठा बोलने का काम ही तो कांग्रेस करती है। यह भ्रम फैलाने का भी काम करती है। 2018 के विधानसभा चुनाव में छत्तीसगढ़ को कांग्रेस में 68 सीटें मिली थीं। उस समय प्रदेश में भाजपा की सरकार थी, तो क्या इन लोगों ने ईवीएम को मैनेज करके चुनाव जीता था। सच्चाई यह है कि जब ये हारने वाले होते हैं तब ईवीएम पर सवाल खड़ा करते हैं। दुनिया कहां से कहां जा रही है, ये फिर से बैलेट पेपर पर चुनाव की बात करते हैं। यह कहीं से प्रमाणित नहीं हुआ है कि ईवीएम के साथ कोई छेड़छाड़ कर सकता है। इनके पास कोई मुद्दा नहीं है।

विपक्ष कहता है देश को तानाशाही से बचाने वाला चुनाव है, भाजपा की सरकार बनने पर देश में चुनाव होंगे या नहीं इसको लेकर भी संदेश जताया जा रहा है? 

ये विपक्षी दल अब तक लोगों को डराकर लोगों के बीच भय पैदा करके, उनका वोट हासिल करके सत्ता में आते रहे हैं। लोगों को डर दिखाते हैं कि भाजपा आएगी तो ये हो जाएगा, भाजपा आएगी तो संविधान बदल दिया जाएगा। ऐसे कई तरह से डर दिखाने का काम करते हैं। आज भी यही काम कर रहे हैं। इनका परिवारवादी पार्टियों का गठबंधन है। जिन पर भ्रष्टाचार के आरोप रहे है, उनका गठबंधन है। इन लोगों ने देश के भले के लिए कभी आंदोलन नहीं किया, जो भ्रष्टाचार के मामले में जेल में हैं, उनके लिए ये आंदोलन करने का काम करते हैं। ये देश की जनता में भ्रम पैदा करके देश की जनता को डराकर वोट हासिल करने का प्रयास कर रहे हैं। लेकिन देश की जनता ने देख लिया है, दस सालों में नरेंद्र मोदी ने किस तरह से सबके लिए और देश के लिए काम किया है। मोदी जी का मूल मंत्र है, सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास। इस पर देश की सरकार चल रही है। देश की जनता अब इनके झांसे में आने वाली नहीं है।

राहुल गांधी ने तो चार हजार किलो मीटर यात्रा कर ली और क्या चाहते हैं आप? 

 कैसी थी उनकी यह यात्रा, जब उनकी यात्रा का पहला चरण पूरा हुआ तो छत्तीसगढ़ उनके हाथ से चला गया। राजस्थान भी उनके हाथ से चला गया। अब लोकसभा चुनाव में नेता प्रतिपक्ष बनाने की स्थिति में पहुंचेंगे या नहीं यह बड़ा सवाल है। देश की जनता कांग्रेस को एक बार फिर से नेता प्रतिपक्ष बनाने के लायक भी छोड़ने वाली नहीं है।

मणिपुर कोई मुद्दा रहेगा?

मणिपुर की घटना देश के सामने हैं। घटना के बाद केंद्र सरकार ने क्या किया है. सबने देखा है। वहां पर कितने बार गृह मंत्री गए, सब जानते हैं। घटना दुभार्य्यजनक थी, लेकिन सरकार के स्तर पर कोई कमी नहीं छोड़ी गई थी। 

क्या देख रहे हैं छत्तीसगढ़ में यहां पर 11 सीटों के संदर्भ में?

पिछली बार तो लोकसभा चुनाव के पहले कांग्रेस ने 68 सीटें विधानसभा में जीतकर प्रदेश में सरकार बनाई थी, इसके बाद भी हम 11 में से 9 सीटें जीते थे। इस बार राज्य में भाजपा की सरकार बनने के बाद हमने मोदी की गारंटी पूरी की है। राज्य सरकार ने कम समय में ऐतिहासिक काम किया है। इस बार लगता है जनता
कांग्रेस को खाता खोलने नहीं देगी और 11 की 11 सीटें भाजपा जीतेगी।

इस बार 11 में से 9 सांसदों को घर बिठा दिया गया, इसके पीछे का कारण क्या है?

भाजपा कार्यकर्ता आधारित पार्टी है. किसी को घर नहीं बिठाया है. कभी किसी को कोई जिम्मेदारी मिलती है, कमी किसकी कोई दूसरी जिम्मेदारी मिलती है। जिनको प्रत्याशी नहीं बनाया गया है, वो भी पूरी ताकत से जिनको प्रत्याशी बनाया गया है, उनको जीत दिलाने में लगे हुए हैं। जिनको प्रत्याशी नहीं बनाया गया है फिर से, उनको पार्टी नया काम देगी, उनकी नई भूमिका तय करेगी।

किरण देव को प्रदेशाध्यक्ष की कमान दी गई है, नए व्यक्ति हैं, लोकसभा तक रूक सकते थे, चुनाव में कहीं कोई दिक्कत तो नहीं आ रही है? 

किरण देव हमारे अनुभवी कार्यकर्ता हैं, बरसों से कई पदों पर रहे हैं। पूरे प्रदेश के बारे में जानते हैं, जगदलपुर के महापौर भी रहे हैं। अभी विधायक भी हैं। कहीं कोई परेशानी नहीं है।

 चुनाव को लेकर कितने दबाव में हैं विष्णुदेव साय और अरुण साव?

भाजपा हर चुनाव को गंभीरता से लेती है। विधानसभा चुनाव के बाद ही लोकसभा की तैयारी प्रारंभ कर दी थी। भाजपा सरकार ने सौ दिनों में जो काम किया है. यह दिख रहा है। हमने मोदी की गारंटी को पूरा करने का काम किया है। प्रदेश की जनता भी देख रही है। कहीं - कोई परेशानी नहीं और कहीं कोई दवाब वाली बात नहीं है।

कांग्रेस से भूपेश बघेल, ताम्रध्वज साहू, शिव - डहरिया जैसे दिग्गज भी मैदान में है?

इनके चुनाव मैदान में होने से कुछ नहीं होता - है. इनको विधानसभा चुनाव में हमारे प्रत्याशी - पटकनी दे चुके हैं। जनता ने नकारा दिया है। भूपेश बघेल को भी जनता ने नकार दिया है। इनको एक बार फिर जनता नकार देगी।

विष्णुदेव साय को अरुण साव से कितना डर लगता है?

हम सब मिलकर काम कर रहे हैं, श्री साय हमारे मुखिया हैं। मुख्यमंत्री होने के नाते वे - हमारा नेतृत्व कर रहे हैं, हम सब जनता के लिए काम कर रहे हैं।

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