व्यापारी ने लिखा दी झूठी रिपोर्ट : व्यापार में घाटे की भरपाई करने बेच दिए थे गहने, लूट की रची मनगढ़ंत कहानी

सूरजपुर पुलिस
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सूरजपुर पुलिस
सूरजपुर में एक व्यापारी को कारेाबार में नुकसान हो गया। उसकी भरपाई के लिए उसने अपनी बेटी के गहने बेच दिए और लूट की शिकायत पुलिस में कर दी।

नौशाद अहमद- सूरजपुर। छत्तीसगढ़ के सूरजपुर से लूट का अजीबोगरी मामला सामने आया है। यहां चाकू की नोक पर एक लूट की वारदात सामने आई। दरअसल, सुबह- सुबह नगर के लंकपारा में रहने वाले नरेश अग्रवाल ने कोतवाली थाने में जाकर पुलिस में लूट की शिकायत दर्ज कराई।

उन्होंने पुलिस को बताया कि, रात में करीब 1 बजे जब खाना खाकर वह अपने परिवार के साथ घर पर सो रहा था, तभी बाहर से एक महिला और पुरुष के बीच लड़ाई की आवाज सुनाई दी। जब उन्होंने बाहर निकलकर देखा तो दोनों वहां से भाग गए। इसी दरमियान कुछ लोग घर में घुस आए और चाकू गले पर रखकर जान से मारने की धमकी देने लगे। वे मेरी लड़की के सोने एवं चांदी के 15 लाख के जेवरातों के साथ 25 हजार रुपये नगद लेकर भाग गए। व्यापारी ने बताया कि, दोनों ने अपने चेहरे को कपड़े से बांध रखा था।

लड़की के गहने बेचकर लिखाई झूठी रिपोर्ट

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के आदेश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सीएसपी के मार्ग दर्शन में एफएसएल अधिकारी, डॉग स्क्वाड को बुलवाकर घटनास्थल को बारीकी से दिखवाया तथा प्रार्थी एवं घरवालों का कथन लेते हुये सीसी टीव्ही फुटेज देखा गया घटना संदेह पूर्ण होने से प्रार्थी से विधिवत पूछताछ करने पर प्रार्थी सही बात को बताया कि, लड़की की शादी आज से 08-09 साल पहले खरसिया में हुई है, लड़की नेहा अग्रवाल के सोने चांदी का जेवर लगभग 15 लाख रुपये का इसके यहां रखा था।

पत्नी-बेटे को भी नहीं बताया

हमें व्यापार में नुकसान हो गया और मार्केट का लगभग 15 लाख रूपये देना था। जिसके कारण अपनी पत्नी आशा अग्रवाल और अपने बेटे अंकित अग्रवाल को बिना बताये अपनी लड़की नेहा अग्रवाल के सोने चांदी के कुछ जेवर को बेच दिया और मार्केट का कुछ पैसा चुकाया था। आज से लगभग 10-15 दिन पहले लड़की जेवर को लेने आ रही थी तो मै घबरा गया और लोक लाज के डर से झूठी रिपोर्ट दर्ज करा दी।

पुलिस ने झूठी पाई रिपोर्ट

प्रार्थी के घर सोने चांदी का जेवर लगभग 03 लाख रूपये का था। जिसे लूट होना बताया गया। यह लडके अंकित अग्रवाल के कमरे से बरामद किया गया है और जेवरों को सतोष आभूषण भण्डार में बेचा गया है। प्रार्थी की रिपोर्ट झूठी और मनगढ़ंत पाई गई है।


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