लखपति महिला पहल क्षेत्रीय कार्यशाला: रायपुर में 9 से 11 जुलाई तक होगा आयोजन, देशभर की महिलाएं होंगी शामिल

रायपुर में 9 से 11 जुलाई तक होगा लखपति महिला पहल क्षेत्रीय कार्यशाला
रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में राष्ट्रीय स्तर की लखपति महिला पहल क्षेत्रीय कार्यशाला का आयोजन होगा। यह कार्यशाला 9 से 11 जुलाई तक चलेगा। जिसमें 11 राज्यों के अधिकारी और आजीविका विशेषज्ञ शामिल होंगे। साथ ही आयोजन में देश के 11 राज्यों के वरिष्ठ अधिकारीगण, मिशन संचालक, आजीविका विशेषज्ञ, स्वयं सहायता समूहों के प्रतिनिधि और अन्य संबद्ध हितधारक सहभागी होंगे।
दरअसल, ग्रामीण विकास मंत्रालय लखपति दीदी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण राष्ट्रीय स्तर की क्षेत्रीय कार्यशाला का आयोजन करेगा। यह कार्यशाला दीनदयाल अंत्योदय योजना राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत आयोजित की जा रही है।कार्यशाला का उद्देश्य महिला उद्यमिता को नया आयाम देना है।
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महिलाओं के लिए सशक्त मंच
गौरतलब है कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देश में 3 करोड़ लखपति दीदी तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है। जिसके तहत ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर और उद्यमशील बनाने हेतु विभिन्न प्रयास किए जा रहे हैं। इसी परिप्रेक्ष्य में यह कार्यशाला विविध पहलुओं जैसे ग्रामीण आजीविका के अवसर, सामाजिक और वित्तीय समावेशन, कौशल विकास, बाजार उपलब्धता, वेल्यू चेन निर्माण और आधुनिक तकनीकों पर आधारित रणनीतियों पर विस्तृत चर्चा और अनुभव साझा करने का एक सशक्त मंच प्रदान करेगी।
देशभर से शामिल होंगे प्रतिभागी
कार्यशाला मध्यप्रदेश, बिहार, उत्तराखंड, झारखंड, पश्चिम बंगाल, जम्मू-कश्मीर, तेलंगाना, ओडिशा, हरियाणा, राजस्थान, तमिलनाडु तथा आंध्रप्रदेश राज्यों के प्रतिभागियों की सहभागिता का गवाह बनेगी। ग्रामीण विकास मंत्रालय के सचिव शैलेश कुमार सिंह तथा सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय के सचिव एस. सी. एल. दास वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़कर प्रतिभागियों को मार्गदर्शन प्रदान करेंगे।
वित्तीय समावेशन और अन्य विषयों पर होगी चर्चा
कार्यशाला के दौरान विभिन्न सत्रों में स्थानीय संसाधनों के उपयोग, महिला प्रशिक्षण, वित्तीय समावेशन और व्यवसाय संवर्धन के विषयों पर गहन मंथन किया जाएगा। आयोजन में आजीविका मिशन अंतर्गत गठित स्व-सहायता समूहों द्वारा उत्पादित सामग्रियों की प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी, जिससे उनके उत्पादों को बेहतर बाजार उपलब्ध हो सके।
