नई दिल्ली। अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया से आग्रह किया कि वह ऑस्ट्रेलिया और अफगानिस्तान के बीच T20 सीरीज स्थगित होने के बाद बाहरी दबाव और राजनीतिक प्रभावों के आगे न झुकें। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने मंगलवार को कहा था कि तालिबान के शासन में अफगानिस्तान में लड़कियों और महिलाओं के मानवाधिकारियों का उल्लंघन हो रहा है। ऐसे हालात में ऑस्ट्रेलियाई टीम अफगानिस्तान के साथ क्रिकेट सीरीज नहीं खेल सकती है। 

क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के इस फैसले के बाद अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने एक बयान जारी कर इस पर निराशा जताई है। एसीबी अफगानिस्तान के खिलाफ एक और द्विपक्षीय श्रृंखला को स्थगित करने के क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के फैसले पर निराशा व्यक्त करता है और दुनिया भर में तटस्थ और राजनीति-मुक्त क्रिकेट पर अपना रुख दोहराता है।"

एसीबी ने सीए को दिखाया आईना
एसीबी ने आगे कहा, हम अफगानिस्तान में खेल के महत्व और देश की खुशी और आनंद से इसके संबंध को देखते हुए क्रिकेट को राजनीतिक प्रभाव से अलग रखने की वकालत करते हैं।" एसीबी ने यह भी कहा कि वे क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया पर पड़ रहे दबाव को समझते हैं, लेकिन संचालन संस्था ने ऑस्ट्रेलिया सरकार से क्रिकेट बोर्ड पर अपनी नीतियां नहीं थोपने और क्रिकेट के विकास के समर्थन पर ध्यान केंद्रित करने के लिए भी कहा।

ऑस्ट्रेलिया ने तीसरी पर अफगानिस्तान के खिलाफ सीरीज टाली
"एसीबी का शीर्ष प्रबंधन पहले क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के साथ बातचीत में शामिल हुआ था और सार्वजनिक रूप से द्विपक्षीय सीरीज टालने की घोषणा करने के बजाय वैकल्पिक समाधान तलाशने का प्रस्ताव रखा था। तीन मैचों की टी20 श्रृंखला आईसीसी 2023-2027 अंतर्राष्ट्रीय कैलेंडर के लिए अफगानिस्तान के एफटीपी का हिस्सा थी, जिसे सीए प्रतिनिधिमंडल की उपस्थिति में आईसीसी द्वारा अनुमोदित किया गया था, जो उस समय फिक्स्चर के लिए सहमत हुए थे। यह तीसरी बार था जब सीए ने अफगानिस्तान के खिलाफ श्रृंखला स्थगित करने का फैसला किया।

2021 में, ऑस्ट्रेलिया ने अफगानिस्तान के खिलाफ इकलौता टेस्ट रद्द कर दिया था। इसके बाद सीए ने 2023 में तीन मैचों की वनडे सीरीज से हटने का फैसला किया। सीए ने मंगलवार को कहा कि द्विपक्षीय सीरीज को स्थगित करने का फैसला ऑस्ट्रेलियाई सरकार के साथ परामर्श के बाद आया है।