नई दिल्ली। अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने मुजीब उर रहमान, फजलहक फारुकी और नवीन उल हक पर देश के लिए खेलने के बजाय निजी हितों को तरजीह देने के लिए कार्रवाई की। एसीबी ने उन्हें 2024 का एनुअल सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट नहीं दिया है और अगले 2 साल के लिए तीनों खिलाड़ियों को कोई एनओसी (अनापत्ति प्रमाण पत्र) नहीं देने की भी घोषणा की। इसमें मौजूदा एनओसी को भी रद्द करने का निर्णय भी है। बता दें कि नवीन उल हक की आईपीएल 2023 में विराट कोहली से लड़ाई हो गई थी।
अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड के इस फैसले के बाद नवीन उल हक, फजलहक फारुकी और मुजीब उर रहमान आईपीएल 2024 से बाहर हो सकते हैं। बता दें कि किसी भी विदेशी खिलाड़ी को आईपीएल में खेलने के लिए अपने क्रिकेट बोर्ड से एनओसी लेना जरूरी होता है। मुजीब उर रहमान कोलकाता नाइट राइडर्स का हिस्सा हैं। वहीं, नवीन उल हक लखनऊ सुपर जायंट्स और फजलहक फारुकी को सनराइजर्स हैदराबाद ने अपने साथ जोड़ा है।
तीनों खिलाड़ियों पर क्यों हुई कार्ऱवाई
एसीबी के बयान के मुताबिक, तीनों खिलाड़ियों ने हाल ही में बोर्ड को 1 जनवरी 2024 से शुरू होने वाले एनुअल सेंट्रल कॉन्ट्र्रैक्ट से मुक्त होने की इच्छा बताई थी। साथ ही फ्रेंचाइजी टूर्नामेंट में खेलने के लिए सहमति भी मांगी थी।
खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय जिम्मेदारी नहीं निभाई: ACB
बोर्ड ने अपने बयान में आगे कहा कि इन खिलाड़ियों के लिए केंद्रीय अनुबंध पर हस्ताक्षर न करने की गुजारिश की वजह उनकी टी20 लीग में भागीदारी थी। इन्होंने अफगानिस्तान के लिए खेलने पर अपने निजी हितों को प्राथमिकता दी जबकि देश के लिए खेलना इनकी राष्ट्रीय जिम्मेदारी है। इसी वजह से बोर्ड ने इन खिलाड़ियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कदम उठाने का फैसला किया।
तीनों खिलाड़ी अफगानिस्तान के लिए विश्व कप खेले थे
बता दें कि मुजीब उर रहमान, नवीन उल हक और फजलहक फारुकी वनडे विश्व कप में अफगानिस्तान की तरफ से खेले थे। नवीन तो संन्यास लेकर वनडे क्रिकेट खेलने उतरे थे। हालांकि, उन्होंने टूर्नामेंट के बाद वनडे से संन्यास ले लिया। मुजीब फिलहाल बिग बैश लीग में हिस्सा ले रहे हैं। वहीं, फजल हक ने हाल ही में अबु धाबी टी10 लीग में हिस्सा लिया था।