Vaibhav suryavanshi family: 'पापा ने काम छोड़ा, मम्मी सिर्फ 3 घंटे सोई...' आज जो कुछ हूं उनकी बदौलत; वैभव सूर्यवंशी बोले

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Vaibhav suryavanshi family: राजस्थान रॉय़ल्स के 14 साल के वैभव सूर्यवंशी ने IPL में 35 गेंदों में तूफानी शतक ठोक दिया। उन्होंने मैच के बाद अपनी कामयाबी का श्रेय पूरी तरह अपने माता-पिता को दिया।

Vaibhav suryavanshi family: राजस्थान रॉयल्स के 14 साल के धुरंधर वैभव सूर्यवंशी सोमवार को जयपुर की गुलाबी शाम में बल्ले से ऐसा तूफान मचाया कि न सिर्फ गुजरात टाइटंस की गेंदबाजी ढह गई बल्कि आईपीएल इतिहास के पन्नों में उनका नाम सुनहरे अक्षरों में दर्ज हो गया।

राजस्थान रॉयल्स के लिए खेलते हुए, वैभव ने गुजरात के खिलाफ 35 गेंदों में शतक लगाकर सबसे तेज भारतीय शतक का रिकॉर्ड अपने नाम किया। यह पारी न सिर्फ उनकी प्रतिभा का नमूना थी, बल्कि उनके संघर्षों और परिवार के समर्पण की भी कहानी है।

मैच के बाद आईपीएल द्वारा शेयर किए गए एक वीडियो में, वैभव ने कहा, 'आज जो कुछ भी हूं, वो अपने माता-पिता की वजह से हूं। मेरी मां रोज़ सुबह जल्दी उठकर मेरा टिफिन तैयार करती थीं ताकि मैं प्रैक्टिस करने जा सकूं। वो मेरे लिए सिर्फ तीन घंटे सोती थीं। मेरे पापा ने अपना काम छोड़ दिया ताकि मेरा करियर बन सके। अब मेरा बड़ा भाई उनका काम संभाल रहा है। हम काफी मुश्किल दौर से गुज़रे हैं। जो भी और जितनी भी सफलता आज हासिल हुई है, वो सब माता-पिता के त्याग के कारण ही हुई है।'

वैभव की पारी की शुरुआत पहले ओवर में मोहम्मद सिराज पर लगाए गए 90 मीटर के छक्के से हुई। फिर तो मानो गुजरात की गेंदबाजी पर हमला ही बोल दिया गया। राशिद खान जैसे स्टार स्पिनर को भी वैभव ने शानदार तरीके से बाउंड्री के पार पहुंचाया।

उनके बल्ले से निकले 101 रन ने गुजरात की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। हालांकि, तेज गेंदबाज प्रसिद्ध कृष्णा ने उनकी पारी का अंत किया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। राजस्थान ने 8 विकेट से मैच जीत लिया और वैभव ने खुद को IPL के सबसे चमकते सितारों में शामिल कर लिया। इस पारी के साथ वैभव ने ये भी जता दिया कि सपने उम्र नहीं देखते, बस मेहनत, जुनून और परिवार का साथ चाहिए।

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