Vaibhav suryavanshi: 100 के बाद सीधे 0, तो टूटा 14 साल के वैभव सूर्यवंशी का दिल; मां के पास जाकर मिला सुकून

Vaibhav suryavanshi: राजस्थान रॉयल्स के 14 साल के ओपनर वैभव सूर्यवंशी के लिए गुरुवार का दिन किसी बड़े झटके से कम नहीं रहा। मुंबई इंडियंस के खिलाफ उन्होंने अपने आईपीएल करियर का सबसे बड़ा सबक सीखा- एक क्रिकेटर के लिए हर दिन मैदान पर जीत की कहानी नहीं होती। गुजरात टाइटंस के खिलाफ सबसे तेज़ आईपीएल सेंचुरी लगाने के तीन दिन बाद ही वैभव शून्य पर आउट हो गए।
मुंबई के तेज गेंदबाज दीपक चाहर ने उन्हें महज दो गेंदों में चलता कर दिया। वैभव ने एक बड़ा शॉट खेलने की कोशिश की, लेकिन गेंद उम्मीद से थोड़ी ज्यादा फुलर थी और बल्ला भी हाथ में घूम गया। गेंद सीधा मिड-ऑन फील्डर के पास गई और वैभव पवेलियन लौट गए-थोड़ा निराश और बहुत शांत।
वैभव का सहारा बनीं मां
मैच के बाद सोशल मीडिया पर वायरल हुई तस्वीरों में वैभव अपनी मां से बात करते नजर आए। एक तरफ मैदान में 100 रन से करारी हार का दर्द था, दूसरी तरफ मां की मौजूदगी में कुछ सुकून। उम्र सिर्फ 14 साल, लेकिन जिंदगी के उतार-चढ़ाव का पहला बड़ा झटका उन्हें आईपीएल के मंच पर ही मिला।
मां-पापा की मेहनत का नतीजा है ये सफर
वैभव ने पिछले मैच में शतक जमाने के बाद एक इंटरव्यू में कहा था, 'मैं जो कुछ भी हूं, अपने मां-पापा की वजह से हूं। मेरी मां सिर्फ मेरी प्रैक्टिस के लिए रोज़ 3 बजे उठ जाती हैं। रात 11 बजे सोने के बाद वो सिर्फ तीन घंटे की नींद लेती हैं। मेरे पापा ने अपना काम छोड़ दिया ताकि मेरा करियर बन सके। मेरा बड़ा भाई घर की जिम्मेदारियां संभाल रहा है।'
बिहार के समस्तीपुर से आईपीएल तक
बिहार के समस्तीपुर से निकलकर आईपीएल तक का सफर तय करने वाले वैभव सूर्यवंशी आईपीएल के इतिहास में पहला ऐसा खिलाड़ी बन गए हैं जो टूर्नामेंट की शुरुआत के बाद पैदा हुआ और अब इसमें शतक जड़ चुका है।
