Jason Gillespie: जेसन गिलेस्पी ने इस्तीफे के बाद खोली PCB की पोल, कहा- मुझे अंधेरे में रखा, धोखेबाजी...

jason gillespie resigned
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Jason Gillespie: जेसन गिलेस्पी ने पाकिस्तान की टेस्ट टीम के कोच पद से इस्तीफे के बाद अपनी चुप्पी तोड़ी। उन्होंने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की पोल खोली।

Jason Gillespie On Pakistan cricket board: पाकिस्तान की टेस्ट टीम के कोच पद से इस्तीफे के बाद जेसन गिलेस्पी ने अपनी चुप्पी तोड़ी। एक इंटरव्यू में गिलेस्पी ने पद छोड़ने की असल वजह बताई। गिलेस्पी ने कहा कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड उन्हें कोच के तौर पर नहीं चाहता था। उन्होंने बोर्ड के साथ संवाद की कमी और हाई-परफॉरमेंस कोच टिम नीलसन को बर्खास्त किए जाने को अपने इस्तीफे का कारण बताया।

जेसन गिलेस्पी ने एबीसी स्पोर्ट से कहा, 'टिम नीलसन को बताया गया कि उनकी सेवाओं की अब जरूरत नहीं और मुझे इस बारे में किसी से कोई जानकारी नहीं दी गई। पिछले कुछ महीनों में जो कुछ हुआ था, उसके बाद इस एक निर्णय ने मुझे ये सोचने पर मजबूर कर दिया कि शायद पीसीबी को मेरी कोई जरूरत है भी या नहीं।

गिलेस्पी ने आगे कहा, 'पाकिस्तान क्रिकेट में चुनौतियां बहुत थीं लेकिन मैं कुछ इरादे का सोचकर ही वहां गया था। मुझे पता था कि पाकिस्तान ने बहुत कम वक्त में बहुत सारे कोच बदले हैं। मैं चाहता था कि हेड कोच होने के नाते सेलेक्टर्स से मेरी सीधी बात और संवाद हो। मुझे हाई परफार्मेंस कोच नहीं रखने को लेकर भी पूरी तरह से अंधेरे में रखा गया।'

गिलेस्पी को सबसे ज़्यादा इस बात से चिढ़ थी कि उन्हें और टिम नीलसन को पीसीबी से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली थी और उन्हें लगा कि वो पाकिस्तान टीम को लेकर सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। टेस्ट कप्तान शान मसूद के साथ उनका तालमेल अच्छा था और उन्होंने कोच-खिलाड़ी के बीच मज़बूत रिश्ता भी बनाया था। गिलेस्पी ने कहा, 'मुझे या पीसीबी को जो भी प्रतिक्रिया मिली, उससे पता चलता था कि टिम अपनी भूमिका में कितने प्रभावी रहे हैं और खिलाड़ी उनसे बहुत कुछ सीख रहे हैं।"

जेसन गिलेस्पी इस साल अप्रैल में पाकिस्तान की टेस्ट टीम के कोच बने थे और अक्टूबर में इंग्लैंड के खिलाफ़ 2-1 से जीत हासिल करने में भी टीम की मदद की जबकि पहला मैच पारी और 47 रन से पाकिस्तान हार गया था। लेकिन हार के बाद, गिलेस्पी ने बताया कि जिस टेक्स्ट ग्रुप का वह हिस्सा थे, उसने एक संदेश दिया कि एक नया चयन पैनल होगा, जिसका कोच हिस्सा नहीं था। उन्हें लगा कि कोच के रूप में उनकी भूमिका कम होती जा रही है, क्योंकि उन्हें मैच से ठीक एक दिन पहले टीम के खिलाड़ियों के बारे में संदेश मिलते थे।

इसे लेकर गिलेस्पी ने कहा कि आप सभी स्टेकहोल्डर्स, सेलेक्टर्स से सीधी बात करना चाहते हैं ताकि हेड कोच के रूप में आपको खेल से पहले या कम से कम मैच से एक दिन पहले पता चल सके कि टीम क्या होगी। लेकिन इसे लेकर मुझसे कोई बातचीत नहीं होती थी।

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