BCCI AGM: बीसीसीआई को मिला नया बॉस, मिथुन मन्हास बने नए अध्यक्ष, एजीएम में हुआ फैसला

मिथुन मन्हास बीसीसीआई के नए अध्यक्ष बने।
BCCI AGM: दिल्ली के पूर्व कप्तान मिथुन मन्हास बीसीसीआई के नए अध्यक्ष बने। रविवार को मुंबई में हुए एनुअल जनरल मीटिंग में उनके नाम पर मुहर लग गई। वो निर्विरोध इस पद पर चुने गए। मिथुन मन्हास ने रॉजर बिन्नी के पद से इस्तीफा देने के बाद अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल किया था और रविवार को वार्षिक साधारण सभा में उन्हें अध्यक्ष चुना गया। वहीं, मौजूदा सचिव देवजीत सैकिया भी अपने पद पर बने रहेंगे।
कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (केएससीए) के मौजूदा अध्यक्ष रघुराम भट्ट कोषाध्यक्ष बने हैं। उनका केएससीए अध्यक्ष पद का कार्यकाल 30 सितंबर को खत्म हो रहा। देवजीत सैकिया सचिव पद पर बने हुए हैं जबकि प्रभतेज भाटिया को बीसीसीआई का संयुक्त सचिव बनाया गया है।
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने भी एक्स पर पोस्ट कर मिथुन मन्हास को बधाई दी है। उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा, 'मिथुन मन्हास आधिकारिक रूप से बीसीसीआई के अध्यक्ष बन गए हैं। कुछ घंटों के अंतराल पर पहले किश्तवाड़ की बेटी शीतल पैरा आर्चरी में विश्व चैंपियन बनी और अब भदरवाह का बेटा मिथुन बीसीसीआई का नया अध्यक्ष चुना गया।'
A momentous occasion to celebrate!
— Dr Jitendra Singh (@DrJitendraSingh) September 28, 2025
Mithun Manhas has been officially declared as the new President of the ‘Board of Control for Cricket in India’ #BCCI.
What a providential Sunday for the erstwhile district of Doda, one of the remotest parts of Jammu & Kashmir, which incidentally… pic.twitter.com/I6PpEMtH2T
मिथुन मन्हास कौन हैं?
मन्हास को जम्मू और कश्मीर क्रिकेट संघ द्वारा नामित किया गया था, जहां वो क्रिकेट प्रशासक हैं। उन्होंने 1997-98 सीज़न में फर्स्ट क्लास क्रिकेट में डेब्यू किया था। उन्होंने भारत की अंडर-19 और ए टीम का भी प्रतिनिधित्व किया। फर्स्ट क्लास क्रिकेट में अच्छे रिकॉर्ड के बावजूद, उन्हें सीनियर कैप नहीं मिली क्योंकि भारतीय टीम में पहले से ही सौरव गांगुली, वीवीएस लक्ष्मण, सचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़ जैसे खिलाड़ी मौजूद थे।
मन्हास ने 147 फर्स्ट क्लास मैच में 45.82 की औसत से 9714 रन बनाए हैं। उन्होंने रेड बॉल में 27 शतक और 49 अर्धशतक लगाए हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ रणजी सीज़न 2007-2008 का था जब दिल्ली ने खिताब जीता था। उन्होंने 57.56 की औसत से 921 रन बनाए थे।
लिस्ट ए क्रिकेट में भी मन्हास का रिकॉर्ड अच्छा रहा। उन्होंने 130 मैचों में 45.84 की औसत से 4126 रन बनाए, जिसमें 5 शतक और 26 अर्धशतक शामिल हैं। वह ऑफ-स्पिन में भी माहिर थे। उन्होंने 75 विकेट लिए हैं, जिनमें से 40 फर्स्ट क्लास क्रिकेट में लिए हैं। वह विकेटकीपिंग भी कर सकते थे।
मन्हास तीन आईपीएल फ्रेंचाइजी- दिल्ली डेयरडेविल्स (अब दिल्ली कैपिटल्स), अब बंद हो चुकी पुणे वॉरियर्स इंडिया और चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) के लिए खेल चुके। उन्होंने पहले सीज़न से 2014 तक आईपीएल खेला है। 55 मैचों में उन्होंने 22.34 की औसत से 514 रन बनाए हैं। उन्होंने अपने आईपीएल करियर में एक भी अर्धशतक नहीं लगाया है।
दो नए सेलेक्टर भी चुने गए
बीसीसीआई की एजीएम के बाद नई सीनियर सेलेक्शन कमेटी की तस्वीर भी बदल गई है। पूर्व स्पिनर प्रज्ञान ओझा और तेज गेंदबाज आरपी सिंह ने सेलेक्शन कमेटी में एस शरत और सुब्रतो बनर्जी की जगह ले ली है। इस समिति का नेतृत्व अजीत अगरकर कर रहे, जिनका कार्यकाल 2026 टी20 विश्व कप तक है, और इसमें अजय रात्रा और एसएस दास भी शामिल हैं।
ओझा अब अगरकर के बाद पैनल में सबसे अनुभवी क्रिकेटर हैं। बनर्जी का कार्यकाल खत्म हो गया है, और शरत को जूनियर चयन पैनल का अध्यक्ष बनाया गया है, जो तिलक नायडू की जगह लेंगे। समिति में अन्य सदस्य हरविंदर सोढ़ी, रणदेव बोस, पथिक पटेल और कृष्ण मोहन हैं।
सौराष्ट्र के पूर्व कप्तान जयदेव शाह को भी बीसीसीआई की अपेक्स काउंसिल में शामिल किया गया है, जो मिजोरम के खैरुल जमाल मजूमदार की जगह लेंगे, जो अरुण धूमल के साथ दो सदस्यीय आईपीएल गवर्निंग काउंसिल का हिस्सा बन गए हैं।
सीनियर महिला सेलेक्शन कमेटी में, अमिता शर्मा ने नीतू डेविड की जगह अध्यक्ष पद संभाला है। उनकी टीम में श्यामा डे, सुलक्षणा नाइक, जया शर्मा और श्रवणथी नायडू शामिल हैं। डे के अलावा, बाकी सभी नए सदस्य हैं। जयेश जॉर्ज वुमेंस प्रीमियर लीग के चेयरमैन बने रहेंगे, जिसमें बीसीसीआई के वरिष्ठ पदाधिकारी मिथुन मन्हास, राजीव शुक्ला, देवजीत सैकिया, भाटिया और भट्ट के साथ-साथ धूमल भी शामिल हैं। अन्य सदस्य मधुमती लेले, संजय टंडन और आरआई पलानी हैं।
