दुनिया का सबसे खतरनाक वायरस आया पकड़ में, बग को शेलशॉक नाम दिया गया

दुनिया का सबसे खतरनाक वायरस आया पकड़ में, बग को शेलशॉक नाम दिया गया
X
सर्रे विश्वविद्यालय में सुरक्षा मामलों पर शोध करने वाले प्रोफेसर एल वुडवार्ड के मुताबिक जहां पिछले साल पकड़ में आया है।

नई दिल्ली. क्या आपके कंप्यूटर चलते-चलते रुक जाता है, तो सावधान हो जायें। दुनिया के सबसे खतरनाक वायरस का पता लगा लिया गया है। यह वायरस पलक झपकते ही कई सारे कंप्यूटरों को अपने वायरस से लिप्त कर देता है। शोधकर्ताओं अब तक के सबसे खतरनाक कंप्यूटर बग का पता लगाया है। यह बग इतना खतरनाक है कि इसकी चपेट में दुनिया के करीब 50 करोड़ कंप्यूटर आने की संभावना है। इतना नहीं बल्कि यह करोड़ों कंप्यूटर सर्वर और अन्य उपकरणों के लिए भी काफी खतरनाक साबित हो सकता है। शेकर्ताओं ने इस खतरनाक कंप्यूटर बग को शेलशॉक नाम दिया है।

बैश पुर्जे में पाया गया है-

यह बग सॉफ्टवेयर वाले पुर्जे में पाया गया है जिसे "बैश" कहा जाता है। यह पुर्जा लीनक्स और एप्पल के मैक ऑपरेटिंग वाले कंप्यूटरों में लगा होता है। विशेषज्ञों का कहना है कि शेलशॉक बग पिछले साल ही पता लगे खतरनाक बग हर्टब्लीड से भी ज्यादा खतरनाक है।

पूरे सिस्टम पर कर लेता है नियंत्रण-

सर्रे विश्वविद्यालय में सुरक्षा मामलों पर शोध करने वाले प्रोफेसर एल वुडवार्ड के मुताबिक जहां पिछले साल पकड़ में आया है। र्टब्लीड बग कम्प्यूटर की जासूसी करता था, वहीं शेलशॉक पूरे सिस्टम पर ही नियंत्रण कर लेता है।

50 करोड़ कंप्यूटर होंगे प्रभावित-

गौरतलब है कि पिछले साल अप्रैल में पता लगे हर्टब्लीड ने पूरी दुयिया के 5 लाख कंप्यूटरों को प्रभावित किया था, जबकि शेलशॉक के बारे में आकलन है कि इससे 50 करोड़ कंप्यूटर प्रभावित होंगे।

नीचे की स्लाइड्स में पढ़िए, और कैसे अपने कंप्यूटर को वायरस से बचाया जा सकता है-
खबरों की अपडेट पाने के लिए लाइक करें हमारे इस फेसबुक पेज को फेसबुक हरिभूमि और हमें फॉलो करें ट्विटर पर

और पढ़े: Haryana News | Chhattisgarh News | MP News | Aaj Ka Rashifal | Jokes | Haryana Video News | Haryana News App

WhatsApp Button व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें WhatsApp Logo

Tags

  • 1
  • 2
  • ...
  • 4
  • 5

  • Next Story