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Union Budget 2024-25 for agriculture sector and farmers welfare: केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को अंतरिम बजट पेश किया। इसमें कृषि और किसानों के लिए कई योजनाएं शामिल हैं।

Budget 2024-25 for agriculture sector and farmers: केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने गुरुवार को मोदी सरकार 2.0 का अंतरिम बजट (Budget) पेश किया। इसमें अनुसंधान, स्टार्टअप और अत्याधुनिक तकनीक के इस्तेमाल पर जोर दिया गया है। किसानों को प्रधानमंत्री सम्मान निधि बढ़ाए जाने की उम्मीद थी, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। वित्तमंत्री ने खेती के साथ पुशपालन और मत्स्य पालन को बढ़ावा देते हुए किसानों की आय बढ़ाने पर जोर दिया है। जाने किसानों के लिए की गईं प्रमुख घोषणाएं। 

किसानों के लिए घोषणएं 

  • प्रधानमंत्री किसान संपदा योजना के तहत किसानों को सशक्त बनाया जाएगा।  
  • डेयरी क्षेत्र का विकास कर दुग्ध उत्पादन को बढ़ाया दिया जाएगा।  
  • फसलों में नैनो खाद के इस्तेमाल को बढ़ावा दिया जाएगा। 
  • फसल कटाई के क्रियाकलापों में निजी और सरकार निवेश को बढ़ावा दिया जाएगा। 
  • पीएम सूक्षम खाद्य प्रसंस्करण उद्यम विकास योजना का बजट 639 करोड़ से बढ़ाकर 880 करोड़ किया गया है। 
  • नीली क्रांति यानी मत्स्य उत्पादन के लिए सरकान ने अपना बजट 2025 करोड़ से बढ़ाकर 2352 करोड़ किया गया है।
  • मत्स्य उत्पादन के विस्तार और दोहरे परिवहन को बढ़ावा देने पांच एकीकृत एक्वापार्क स्थापित किए जाएंगे। 
  • स्टार्ट-अप के माध्यम से प्रौद्योगिकी और नवाचारों को बढ़ावा देकर खेती काे लाभ का धंधा बनाया जाएगा। 
  • 1361 मंडियों को eNAMO से जोड़ा गया है। इसमें इसमें 3 लाख करोड़ का कारोबार हो रहा है। 
  • ग्रामीण इलाकों में पांच साल में दो करोड़ घर बनाए जाएंगे। इसमें किसान परिवारों को भी महत्व मिलेगा।    
  • तिलहन के अनुसंधान को बढ़ावा दिया जाएगा। 
  • पीएम मत्स्य संपदा योजना को बढ़ाकर मत्स्य उत्पादन दोगुना किया जाएगा। 
  • माल भाड़ा परियोजना विकिसत करेंगे। इससे कृषि व्यापार को आसानी होगी। 
  • देश के 11.8 करोड़ किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि और 4 करोड़ किसान फसल बीमा योजना का लाभ ले रहे हैं। 
  • एक लाख मंडियों को समेकित किया गया है। जहां 3 लाख करोड़ का कारोबार हो रहा है। किसानों को सशक्त बनाने उपज का उचित मूल्य दिया जा रहा है। 
  • 1.4 करोड़ किसानों को स्किल इंडिया मिशन का फायदा मिला। 

अब तो वादे पूरे करने का समय था न कि सपने दिखाने का: हरसिमरत कौर 
शिरोमणी अकाली दल की सांसद हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि मुझे इस बजट में अहंकार नजर आ रहा था। हम जुलाई में बजट पेश करेंगे। आज मौका था कि पिछले 10 सालों में किए गए वादों को आप (भाजपा) पूरा करें न कि जनता को और सपने दिखाएं। किसी भी चुनाव को हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए। 

सब्सिडी, MSP और खेती की लागत घटाने पर बात ही नहीं हुई 
किसान मजदूर महासंघ युवा इकाई के प्रांताध्यक्ष सुभाष पांडेय ने केंद्रीय बजट को चुनावी घोषणाओं को पुलिंदा बताया। कहा, किसान खाद-बीज और डीजल में सब्सिडी, सम्मान निधि व उपज की कीमतों में बढ़ोत्तरी चहता था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। स्टार्टअप और निजी निवेश की बात कही गई है, इससे तो एकताधिकार बढ़ेगा। आम किसान तकनीकी तौर इतना दक्ष नहीं है कि वह इन सब स्कीमों का लाभ ले सके। विधानसभा चुनाव से पहले धान की कीमतें 3100 रुपए ओर गेहूं 2700 रुपए में खरीदे जाने की घोषणा की गई थी, लेकिन इस पर चर्चा तक नहीं हुई। 
 

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