Rahul Gandhi on PM face: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने विपक्ष के इंडिया गुट के लिए प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के चयन को लेकर शुक्रवार को मीडिया के सामने बात रखी। कांग्रेस नेता ने कहा कि चुनाव के बाद गठबंधन के सदस्य मिलकर इस बात का फैसला लेंगे कि प्रधानमंत्री कौन होगा। लोकसभा चुनाव से पहले विपक्ष की ओर से कई बार कहा जा चुका है कि इंडिया ब्लाॅक में गठबंधन में 25 से ज्यादा पार्टियां हैं, ऐसे में इसका पीएम फेस कौन होगा। 

फेल होगा एनडीए का चुनावी अभियान
राहुल गांधी ने विश्वास जताया कि 2024 के चुनावों के लिए एनडीए के अभियान का हश्र 2004 के 'इंडिया शाइनिंग' अभियान जैसा ही होगा। राहुल गांधी ने कहा कि मौजूदा लोकसभा चुनाव संविधान और लोकतंत्र को कमजोर करने की कोशिश करने वालों और इसे बचाने वालों के बीच है। कांग्रेस नेता ने कहा कि मीडिया यह दिखाने की कोशिश कर रहा है कि चुनाव एकपक्षीय होगा, लेकिन ऐसा नहीं है, पार्टियों के बीच कड़ा मुकाबला होने वाला है। 

बिजनेस में फेयर कम्पटीशन सुनिश्चित किया जाएगा
कांग्रेस घोषणापत्र के लॉन्च के दौरान, गांधी ने कहा कि मुझे विश्वास है कि चुनाव में कहा कि हम देश के हित में यह चुनाव लड़ रहे हैं। चुनाव में इंडिया ब्लॉक की जीत होने के बाद बिजनेस में फेयर कम्पटीशन सुनिश्चित किया जाएगा। इस बात पर गौर किया जाएगा कि सिर्फ कुछ बड़े उद्यमियों को फायदा नहीं हो, बल्कि सभी बिजनेसमैन के लिए समान अवसर हों। 

कांग्रेस के घोषणापत्र की मुख्य बातें
इससे पहले दिन में, कांग्रेस पार्टी ने अपना घोषणापत्र जारी किया जिसमें पांच "न्याय" और उनके तहत 25 गारंटियों पर ध्यान केंद्रित किया गया।  कांग्रेस ने सत्ता में आने पर जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा देने का वादा किया है। इसके साथ ही न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर लीगल गारंटी देने का भी आश्वसन दिया गया है। विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ने पुरानी पेंशन योजना को बहाल करने का वादा किया था, हालांकि, इस न्याय पत्र में इसका जिक्र नहीं है।  घोषणापत्र मेंआरक्षण की सीमा बढ़ाना, देश भर में जाति जनगणना करानें और अग्निपथ योजना को खत्म करने का वादा भी किया गया है।