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Bihar New NDA Government: नीतीश कुमार ने 128 विधायकों के समर्थन का दावा पेश किया है। इनमें जदयू के 45, भाजपा के 78 और हिंदुस्तान अवामा मोर्चा (हम) के 4 और एक निर्दलीय विधायक शामिल हैं।

Bihar New NDA Government: बिहार में नई सरकार की तस्वीर रविवार को दिन ढलने के साथ पूरी तरह साफ हो गई। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महागठबंधन सरकार से इस्तीफा देकर एनडीए में आए और फिर नई सरकार में बिहार के मुख्यमंत्री की कुर्सी संभाली। लेकिन इस बार डिप्टी सीएम के रूप में उनके साथ हैं, बिहार में भाजपा के दो कद्दावर नेता। पहले बिहार भाजपा अध्यक्ष सम्राट चौधरी और दूसरे विपक्ष के नेता रह चुके विजय सिन्हा। दोनों नेताओं ने शाम 5 बजे नीतीश कुमार के साथ बिहार के उप-मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इसके अलावा 6 अन्य मंत्रियों को भी शपथ दिलाई गई। आइए जानतें है, कौन हैं बिहार के नए डिप्टी सीएम समेत अन्य मंत्री... 

1) सम्राट चौधरी, डिप्टी सीएम
उम्र: 54 साल, शिक्षा: डॉक्टरेट, कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी (अमेरिका)

  • बिहार के एक प्रभावशाली राजनीतिक परिवार के ताल्लुक रखते हैं। सम्राट 6 साल पहले भाजपा में शामिल हुए। उन्होंने 27 मार्च 2023 को बिहार भाजपा अध्यक्ष का कार्यभार संभाला। इससे पहले बिहार विधान परिषद में भाजपा के नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी भी संभाल चुके हैं। वे कोइरी (कुशवाहा) समाज से आते हैं। भाजपा ने लव (कुर्मी) और कुश (कुशवाहा) समेत पिछड़ी जातियों के वोट साधने के लिए उन पर दांव खेला है। 
  • सम्राट चौधरी ने 1990 में अपने राजनीति करियर की शुरुआत राष्ट्रीय जनता दल से की। 1999 में बिहार की राबड़ी सरकार (राजद) में कृषि मंत्री भी रहे। आज भाजपा विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद सम्राट चौधरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और पार्टी अध्‍यक्ष जेपी नड्डा जी का शुक्रिया अदा किया। 

2) विजय चौधरी, डिप्टी सीएम 
उम्र: 57 साल, शिक्षा: इंजीनियरिंग 

  • बिहार के भूमिहार समुदाय से आते हैं। विजय चौधरी ने पिछली एनडीए सरकार के दौरान नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार में पंचायती राज मंत्री की जिम्मेदारी संभाली थी। 

जानिए, अन्य मंत्रियों की प्रोफाइल 
1) डॉ. प्रेम कुमार (भाजपा)- मंत्री

  • पहली बार 1990 में विधायक चुने गए। 5 बार कैबिनेट मंत्री पद संभाल चुके हैं। 2015 से 2017 के बीच विपक्ष के की जिम्मेदारी निभाई। कहार समुदाय में इनकी तगड़ी पैठ है।

2) विजय कुमार चौधरी (जेडीयू)- मंत्री

  • जनता दल के सीनियर नेता हैं। बिहार विधानसभा स्पीकर और ऊर्जा मंत्री की जिम्मेदारी निभा चुके हैं। 1982 में बैंक की नौकरी छोड़कर कांग्रेस के साथ राजनीति शुरू की। 2005 में जेडीयू में शामिल हो गए। कई बार कैबिनेट मंत्री रहते हुए शिक्षा, वित्त और जनसंपर्क जैसे विभागों में कार्य का अनुभव रखते हैं। 

3) बिजेन्द्र प्रसाद यादव (जेडीयू)- मंत्री

  • 1990 में पहली बार विधायक बने। 2005 से लेकर 2015 तक 5 बार कैबिनेट मंत्री पद की जिम्मेदारी निभा चुके हैं। उन्हें वित्त, ऊर्जा, जल संसाधन और मद्ध निषेध विभाग संभालने का अनुभव है। 

4) श्रवण कुमार (जेडीयू) - मंत्री

  • जनता दल के सीनियर लीडर हैं। बिहार विधानसभा में चीफ व्हिप के साथ संसदीय कार्य और ग्रामीण विकास विभाग का कार्यभार संभाल चुके हैं। कुर्मी समाज के बड़े नेता हैं।  

5) संतोष कुमार सुमन (हम)- मंत्री

  • हिन्दुस्तान आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व सीएम जीतनराम मांझी के बेटे हैं। 2018 में विधान परिषद के लिए चुने गए। नीतीश कैबिनेट में नवंबर 2020 से अगस्त 2022 तक मंत्री पद संभाल चुके हैं। राज्य में दलित समुदाय का बड़ा चेहरा हैं। 

6) सुमित कुमार सिंह (निर्दलीय)- मंत्री

  • सुमित कुमार सिंह बिहार के कद्दावर नेता नरेंद्र सिंह के बेटे हैं। राजपूत समाज से आते हैं और छात्र जीवन से राजनीति में सक्रिय। 2010 के विधानसभा चुनाव में चकाई से चुनाव लड़ा और जेएमएम (झारखंड मुक्ति मोर्चा) के टिकट पर जीत दर्ज कर विधानसभा पहुंचे। इसके बाद 2015 में निर्दलीय चुनाव लड़े, लेकिन हार गए। नई रणनीति के साथ 2020 में फिर निर्दलीय मैदान में उतरे और जीत दर्ज की। वे नीतीश सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे।     

नीतीश नौंवी बार लेंगे शपथ, देश में ऐसे इकलौते नेता 
बिहार में राजद ने गठबंधन में फिर नए दोस्त चुन लिए। नीतीश कुमार ने 128 विधायकों का समर्थन पत्र राज्यपाल राजेंद्र आर्लेकर को सौंपा। इनमें जदयू के 45, भाजपा के 78 और हिंदुस्तान अवामा मोर्चा (हम) के 4 और एक निर्दलीय विधायक के समर्थन का दावा किया गया है।

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