Jammu Kashmir: केंद्र ने जम्मू कश्मीर के दो संगठनों पर लगाया प्रतिबंध, राष्ट्रविराेधी गतिविधियों में शामिल होने की वजह से लिया एक्शन

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केंद्र सरकार ने बुधवार को जम्मू-कश्मीर के दो संगठनों पर प्रतिबंध लगा दिया।
Jammu Kashmir: केंद्र सरकार ने बुधवार को जम्मू-कश्मीर के दो संगठनों पर प्रतिबंध लगा दिया। इन दाेनों संगठनों का नाम  जम्मू-कश्मीर (सुमजी गुट) और मुस्लिम कॉन्फ्रेंस जम्मू-कश्मीर (भट गुट) है।

Jammu Kashmir: केंद्र सरकार ने बुधवार को जम्मू कश्मीर के दो संगठनों पर प्रतिबंध लगा दिया। गृह मंत्री अमित शाह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट कर इसकी जानकारी दी। गृह मंत्री ने कहा कि जम्मू-कश्मीर (सुमजी गुट) और मुस्लिम कॉन्फ्रेंस जम्मू-कश्मीर (भट गुट) को प्रतिबंधित कर दिया गया है। इस संबंध में केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से दो अधिसूचना भी जारी की गई। बताया गया कि गैरकानूनी गतिविधियों और देश की अखंडता से जुड़ी गतिविधियों में संलिप्त होने की वजह से यह एक्शन लिया गया है।

पाकिस्तानी संगठनों से जुटा रहे थे फंड
यह दोनों संगठन जम्‍मू-कश्‍मीर में एक्टिव रहे हैं। राष्ट्रविरोधी गत‍िव‍िध‍ियों को अंजाम देते रहे हैं। दाेनों संगठन न केवल देश विरोधी गत‍िव‍िध‍ियों में शामिल थे बल्‍क‍ि पाक‍िस्‍तान और उसके छद्म संगठनों से गैरकानूनी ढंग से धन भी जुटा रहे थे। इस तरह से जुटाई गई राशि का इस्तेमाल राष्ट्र विरोध गतिविधियों के लिए किया जा रहा था। इन दोनों संगठनों के इस तरह की गतिविधियों में शामिल होने के बार में खुफिया जानकारी मिल रही थी।

एमसीजेके-बी के कई आतंकी संगठनों से थे संबंध
जेके मुस्लिम कॉन्फ्रेंस जम्मू और कश्मीर (भट गुट) की अगुवाई अब्दुल गनी भट करता है। एमसीजेके-बी के कई आतंकी संगठनों के साथ संबंध पाए गए हैं। यण्ह संगठन जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद का समर्थन कर रहा था। स्थानीय लोगों को देश के खिलाफ भड़का रहा था। एमसीजेके-बी और इसके लिए काम करने वाले लोग देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था के खिलाफ अनादर दिखाते आए हैं।

पाकिस्तान के समर्थन में करते थे प्रचार
मुस्लिम कॉन्फ्रेंस जम्मू और कश्मीर (सुमजी गुट) जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान के समर्थन में प्रचार करने में लिप्त पाया गया। यह संगठन भी स्थानीय लोगों को भड़का रहा था। साथ ही जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों पर पथराव करने जैसी घटनाओं में भी इसकी संलिप्तता रही है। इसके सदस्य आतंकियों को खाने-पीने की चीजें पहुंचाने और उनकी मदद करने में भी शामिल रहे हैं। इसी वजह से यह गृह मंत्रालय के रडार पर आया।

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