भारत का पीओके पर कड़ा रुख: विदेश मंत्रालय ने कहा - 'PoK हमारा था, हमारा है, हमारा ही रहेगा'

India on PoK
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India on PoK : भारत ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) पर गुरुवार को अपना कड़ा रुख स्पष्ट कर दिया है।
India on PoK: भारत ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) पर अपना कड़ा रुख स्पष्ट कर दिया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने गुरुवार को एक बयान में कहा, "पूरा जम्मू कश्मीर और केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख भारत का अभिन्न अंग हैं। यह भारत का हिस्सा था और हमेशा भारत का ही हिस्सा रहेगा।"

India on PoK:भारत ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) पर अपना कड़ा रुख स्पष्ट कर दिया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने गुरुवार को एक बयान में कहा, "पूरा जम्मू कश्मीर और केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख भारत का अभिन्न अंग हैं। यह भारत का हिस्सा था और हमेशा भारत का ही हिस्सा रहेगा।" रणधीर जयसवाल ने चीन पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर (CPEC) को लेकर भी अपनी स्थिति स्पष्ट की। उन्होंने कहा, "CPEC हमारी क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता के खिलाफ है।"

PoK में विरोध प्रदर्शन पर MEA ने क्या कहा?
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने 17 मई 2024 को पीओके में हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया था। उन्होंने कहा, "पाकिस्तान की शोषणकारी नीतियां पीओके में रहने वाले लोगों को उनके हकों और संसाधनों से वंचित रखती हैं। पाकिस्तान ने इन क्षेत्रों पर अवैध कब्जा किया हुआ है।" बता दें कि करीब 25 दिन पहले पीओके में स्थानीय लोग बिजली की बढ़ी कीमतों और महंगाई को लेकर सड़कों पर उतर आए थे। प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच हिंसक झड़प की घटनाएं भी सामने आईं थी।

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने क्या कहा था?
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने 20 मई को भी पीओके को भारत का हिस्सा बताया। उन्होंने कहा था कि पीओके हमेशा से भारत का हिस्सा था। वहां के लोग कश्मीर घाटी में हो रहे विकास को देखकर खुद को पीछे महसूस कर रहे हैं। एस जयशंकर नेपाक अधिकृत कश्मीर (POK ) पर पाकिस्तान के कब्जे को लेकर देश के पहले पीएम जवाहरलाल नेहरू और कांग्रेस पर भी निशाना साधा था। जयशंकर ने कहा था कि किसी की कमजोरी या गलती से POK पर पाकिस्तान का कब्जा हुआ।

यदि POK का कोई दावेदार है तो वह भारत है: जयशंकर
एस जयशंकर ने कहा था कि मैं चीन में भारत का राजदूत रह चुका है। हम सभी चीन की पिछली हरकतों और पाकिस्तान के साथ मिलीभगत से वाकिफ हैं। इसका इतिहास काफी पुराना है। हमने पीओके को लेकर बार-बार उन्हें बताया है। उनसे कई बार साफ तौर पर कहा कि इस भूमि पर न तो पाकिस्तान और न ही चीन अपना दावा कर सकता है। यदि इस भूमि का कोई दावेदार है तो वह भारत है। हमने चीन से कई बार कहा कि आप पीओके पर कब्जा कर रहे हैं, आप वहां निर्माण कर रहे हैं, लेकिन इस पीओके पर कानूनी स्वामित्व हमारा है।

बीजेपी के कई नेता दे चुके हैं POK को वापस लाने का बयान
लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान सत्तारूढ़ बीजेपी के कई नेता पीओके को वापस भारत में लाने का बयान दे चुके हैं। एस जयशंकर के साथ ही गृह मंत्री अमित शाह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा भी चुनाव जीतने पर पीओके
भारत ने अपने स्पष्ट रुख के माध्यम से पाकिस्तान और चीन को कड़ा संदेश दिया है कि पूरा जम्मू कश्मीर और लद्दाख भारत का अभिन्न अंग हैं। पीओके पर भारत का दावा स्पष्ट और अटल है, और CPEC को लेकर उसकी आपत्ति सख्त है। विदेश मंत्रालय और विदेश मंत्री के बयान इस दिशा में भारत की मजबूती को दर्शाते हैं।

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